मनोज श्रीवास्तव/लखनऊ। किंग जॉर्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय, जो कि वर्तमान में चल रही वैश्विक महामारी कोविड-19 का प्रदेश का नोडल सेंटर है, पर एक 66 वर्षीय ऐसे रोगी को कोरोना संक्रमण से मुक्ति मिली है जो कि कैंसर से भी ग्रस्त था। इस मरीज को 15 मई को केजीएमयू में भर्ती किया गया था। कुलपति प्रो एमएलबी भट्ट ने इसे केजीएमयू की बड़ी उपलब्धि बताते हुए इस बारे में आज 22 मई को जारी वीडियो के माध्यम से जानकारी दी। उन्होंने ने बताया कि इसे विश्वविद्यालय के लिए एक बड़ी उपलब्धि कही जाएगी। क्योंकि अभी तक जो सामने आया है उसके अनुसार कोविड-19 का खतरा 60 वर्ष से ऊपर वालों के साथ ही जिन व्यक्तियों को गंभीर बीमारियां जैसे हृदय रोग, डायबिटीज, कैंसर से ग्रस्त लोगों, जिनकी रोग प्रतिरोधक क्षमता कम रहती है, के लिए काफी खतरनाक हैं। प्रो भट्ट ने बताया कि इस मरीज के साथ दो जोखिम भरे फैक्टर थे पहला उसकी आयु 60 वर्ष से ऊपर होना, दूसरा उसका 2019 में यही केजीएमयू में कैंसर का इलाज होना था। इस बारे में केजीएमयू के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ एसएन संखवार ने इसे केजीएमयू की बड़ी उपलब्धि बताते हुए मरीज का उपचार करने वाली टीम को बधाई दी। इनके अलावा केजीएमयू के मीडिया इंचार्ज डॉ सुधीर सिंह ने भी कैंसर जैसे गंभीर रोग का सामना करने वाले व्यक्ति के कोरोना संक्रमण के के सफल इलाज को केजीएमयू के लिए एक बड़ी सफलता बताया। इस सफलता से कैंसर रोगियों को कोरोना वायरस से लड़ने में हिम्मत मिलेगी।
सुख-खबरी: लखनऊ मेडिकल कॉलेज ने कैंसरग्रस्त 66 वर्षीय कोरोना रोगी को ठीक किया
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