राम गोविंद चौधरी के आरोप पर संसदीय कार्य मंत्री सुरेश खन्ना ने कहा कि अखिलेश यादव की सभा में नारा लगाने वाला युवक किसी पार्टी का नहीं है। उसे सपा कार्यकर्ताओं ने मारा-पीटा और उसका चालान भी करवाया गया है।
संसदीय कार्य मंत्री अखिलेश यादव की सुरक्षा को लेकर कहा कि आज भी उनकी सुरक्षा में 182 सुरक्षाकर्मी तैनात हैं। उनकी सुरक्षा को मौजूदा सरकार ने कम नहीं किया है।
सपा मुखिया अब इससे ज्यादा और कौन सी सुरक्षा चाहते हैं? कहा कि सपा ने मामूली घटना को तूल दिया है। सुरेश खन्ना ने कहा कि अखिलेश यादव को अगर फोन पर धमकी मिली है तो सरकार उसकी जांच कराएगी। जो भी दोषी होगा, उसके खिलाफ कार्रवाई होगी।
विधानसभा में हंगामा कर रहे सपा विधायकों को संसदीय कार्य मंत्री ने जमकर खरी-खरी सुनाई। कहा कि जनता के बीच से अगर किसी ने अखिलेश यादव से सवाल पूछा लिया तो सा गुनाह कर दिया?
संसदीय कार्य मंत्री ने कहा कि वास्तव में खतरा समाजवादी पार्टी से जनता को है। अखिलेश यादव पूर्व मुख्यमंत्री हैं। जनता अपने जनप्रतिनिधि से सवाल पूछती ही है। लेकिन अखिलेश यादव ने अपने सामने उस युवक को पिटवाया।
संसदीय कार्य मंत्री ने कहा कि कोई भी व्यक्ति अखिलेश यादव की सभा में जय श्रीराम का नारा लगा दे तो वह असुरक्षित महसूस करने लगते हैं, यह बड़ा ही हास्यास्पद है। कहा कि जब मुलायम सिंह यादव मुख्यमंत्री थे, तब जय श्रीराम का नारा लगाने पर कारसेवकों की हत्या करा दी जाती थी।
संसदीय कार्य मंत्री के बयान पर नेता प्रतिपक्ष रामगोविंद चौधरी में कहा कि सरकार बताए कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सुरक्षा में कितने लोग लगे हैं?
अखिलेश को धमकी मिलने की बात आई तो अब कह रहे हैं कि उनकी सुरक्षा में 182 लोग तैनात हैं। इस पर विधानसभा अध्यक्ष हृदयनारायण दीक्षित ने कहा कि एक वर्तमान मुख्यमंत्री और पूर्व मुख्यमंत्री की सुरक्षा की तुलना नहीं की जा सकती।
सपा एमएलसी उदयवीर सिंह ने मीडियाकर्मियों से बात करते हुए कहा कि भाजपा के लोग फोन पर धमकी दे रहे हैं। भाजपा सरकार के सूचना सलाहकार ऐसे लोगों को संरक्षण दे रहे हैं। अगर इस मामले में कार्रवाई नहीं हुई तो साफ है कि यह सब मुख्यमंत्री के इशारे पर हो रहा है।
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