अशाेक यादव, लखनऊ। भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व औद्योगिक विकास मंत्री सतीश महाना ने सोमवार को विधानसभा अध्यक्ष पद के लिये नामांकन दाखिल किया और किसी अन्य उम्मीदवार का नामांकन ना होने के कारण उनका निर्विरोध चुना गया है। आज इसकी आधिकारिक घोषणा हो गई है।
सतीश महाना के निर्विरोध विधानसभा अध्यक्ष पद के निर्वाचित होने के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ नेता विरोधी दल अखिलेश यादव उन्हें विधानसभा अध्यक्ष की कुर्सी तक लेकर गए।
योगी आदित्यनाथ सरकार 2.0 के मंत्रियों की सूची में सतीश महाना का नाम नहीं था। इसी के बाद से कयास लग रहे थी कि उनको विधानसभा अध्यक्ष का पद मिलेगा।
इस मौके पर सदन को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री योगी ने सतीश महाना को बधाई दी। साथ ही विपक्ष को यह भी नसीहत दी कि जनता नकारात्मक राजनीति को पसंद नहीं करती।
मुख्यमंत्री योगी ने सकारात्मक सोच के साथ सत्ता पक्ष और विपक्ष मिलकर प्रदेश को प्रगति के पथ पर ले जायेंगे।
उन्होंने कहा कि सत्ता और विपक्ष लोकतंत्र के दो पहिए हैं। लिहाजा लोकतंत्र की मर्यादा बचाए रखना जरूरी है। सकरात्मकता से ही विकास संभव है और जनता के विश्वास पर भी खरे उतरना हैं।