अशाेेेक यादव, लखनऊ। उत्तर प्रदेश में हो रही घटनाओं को लेकर सीएम योगी आदित्यनाथ सख्त हो गए है। कानपुर में लैब टेक्नीशियन का अपहरण कर हत्या के बाद सीएम ने कार्रवाई करते हुए कानपुर के एएसपी व सीओ सहित दस पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया है।
कानपुर बर्रा कांड में शुरुआती कार्रवाई के तहत निलंबित आईपीएस अफसर अपर्णा गुप्ता कानपुर नगर में एएसपी दक्षिण के पद पर हैं। जबकि पीपीएस अफसर मनोज गुप्ता सीओ बर्रा के पद पर तैनात हैं।
इनके अलावा कानपुर में संजीत यादव के अपहरण के मामले में हटाए गए पूर्व प्रभारी निरीक्षक थाना बर्रा रणजीत राय और चैकी इंचार्ज राजेश कुमार को भी निलम्बित कर दिया गया है। इसके बाद बर्रा थाना के उप निरीक्षक योगेंद्र प्रताप सिंह और आरक्षी अवधेश, सौरभ पाण्डेय, विनोद कुमार, मनीष व शिव प्रताप को भी निलंबित किया गया है।
अपहरण, फिरौती और हत्याकांड की जांच एडीजी पीएचक्यू बीपी जोगदंड को सौंप दी है और उन्हें तत्काल प्रयागराज से कानपुर पहुंचने का निर्देश जारी किया गया है। जानकारी के अनुसार निलंबन मामले में यह मुख्यमंत्री की पुलिस पर सबसे बड़ी कार्रवाई है। वहीं संजीत यादव की अपहरण के हत्या मामले में विपक्ष हमलावर हो गया है। जिसके बाद सीएम ने इसका ट्वीट कर जवाब दिया है।
सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा ट्वीट में कहा कि अपराधियों की कोई जाति नहीं होती, उनका कोई धर्म नहीं होता। आपकी सरकार ने समाज से ऐसे तत्वों को साफ करने की ठान ली है। शायद इसलिए इनका शोर मच रहा पर हम शांत नहीं बैठने वाले। जीरों टैलेंट के वार से अपराधी असहाय व उनके संरक्षक व्याकुल है।