अशाेक यादव, लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को जुमे की नमाज के बाद प्रयागराज सहित आधा दर्जन शहरों में हुये उपद्रव के मद्देनजर अधिकारियों को निर्देश दिये है कि शरारतपूर्ण बयान जारी करने वालों के साथ ‘जीरो टॉलरेंस’ की नीति पर चल कर कड़ाई से पेश आयें। साथ ही मुख्यमंत्री ने यह ताकीद भी की है कि ‘एक भी निर्दोष को छेड़ें नहीं और किसी दोषी को छोड़ें नहीं। साथ ही असामाजिक तत्चों के खिलाफ ऐसी कार्रवाई की जाये जो नजीर बने, जिससे दोबारा कोई इसकी पुनरावृत्ति न कर सके।’
योगी ने शनिवार को प्रदेश में सुदृढ कानून-व्यवस्था के दृष्टिगत राज्य सरकार के सभी आला अधिकारियों, मंडल आयुक्तों, जिलाधिकारियों और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षकों के साथ समीक्षा बैठक में दिशा-निर्देश देते हुए कहा कि माहौल खराब करने की कोशिश करने वाले अराजक तत्वों के साथ पूरी कठोरता की जाये। ऐसे लोगों के लिए सभ्य समाज में कोई स्थान नहीं होना चाहिये।
मुख्यमंत्री कार्यालय की ओर से दी गयी जानकारी के अनुसार वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग समीक्षा बैठक में योगी ने कहा कि कल कानपुर, प्रयागराज, सहारनपुर, मुरादाबाद, हाथरस, फिरोजाबाद और अंबेडकर नगर सहित प्रदेश के विभिन्न जनपदों में असामाजिक तत्वों द्वारा सामाजिक शांति एवं सौहार्द को बिगाड़ने का प्रयास किया गया। इससे पहले 03 जून को कानपुर में भी ऐसी ही कोशिश की गई थी।
तब भी सतर्कता के निर्देश दिये गये थे। जिससे प्रदेश के ज्यादातर जिलों में शांति बनी रही। यह शांति व्यवस्था चिर स्थायी रहे, इसके लिए सतर्क सावधान रहना होगा।
उन्होंने कल कल की घटना के बाद समाज विरोधी कुत्सित प्रयास करने वालों के विरुद्ध उत्तर प्रदेश पुलिस व प्रशासन द्वारा प्रभावी कार्यवाही किये जाने पर संतोष व्यक्त करते हुए कहा, “फिलहाल स्थिति नियंत्रण में है, किंतु हमें हर तरह की परिस्थिति के लिए तैयार रहना होगा। पुलिस और प्रशासन हर पल अलर्ट मोड में रहे।” योगी ने इस बात पर दुख जताया कि साजिशकर्ताओं ने अपने कुत्सित उद्देश्यों के लिए किशोरों को ढाल बनाया।
उन्होंने कहा कि ऐसे में मुख्य साजिशकर्ता की पहचान जरूरी है। यह समझना होगा कि असामाजिक तत्वों द्वारा ऐसे प्रयास आने वाले दिनों में फिर से हो सकते हैं। इन लोगों का उद्देश्य प्रदेश के शांति-सौहार्द को बिगाड़ना है। इसलिये एक टीम के रूप में काम करते हुए ऐसी कोशिशों को नाकाम करना होगा।
मुख्यमंत्री ने इस बात की जरूरत पर भी बल दिया कि लोकतांत्रिक देश के नागरिक होने के नाते सभी पक्षों से संवाद बनाये रखना होगा।
उन्होंने निर्देश दिया कि धर्मगुरुओं और सिविल सोसाइटी के लोगों से सतत संवाद एवं संपर्क बनाए रखें और साथ ही उपद्रवियों के खिलाफ कार्रवाई भी जारी रखी जाये। योगी ने कहा कि कार्रवाई ऐसी हो जो असामाजिक सोच रखने वाले सभी तत्वों के लिए एक नजीर बने। माहौल बिगाड़ने के बारे में कोई सोच भी न सके। ऐसे में संवाद और सेक्टर स्कीम लागू की जाये।
उन्होंने कहा कि कानून-व्यवस्था को सुदृढ़ बनाये रखने के लिए अधिकारियों के पास सभी तरह के निर्णय लेने का अधिकार है।
स्थान विशेष के जमीनी हालात को देखते हुए अपने यथोचित निर्णय लें। जिन भी जनपदों में आने वाले दिनों में माहौल बिगड़ने की आशंका हो, वहां आवश्यकतानुसार धारा 144 प्रभावी किया जाये।