नई दिल्ली। हिंदुस्तान शिखर समागम के मंच पर उत्तर प्रदेश के पूर्व मुक्यमंत्री अखिलेश यादव आए। अखिलेश यादव ने इस दौरान कहा,” यह कार्यक्रम 22 तारीख को है, इसलिए मैं आया हूं क्योंकि हमें साल 2022 में सरकार बनानी है. मैं दिल्ली की जनता को बधाई देता हूं कि उन्होंने नफरत और जहर फैलाने पर वोट नहीं दिया। विकास और दिल्ली को आगे ले जाने पर काम किया। मैं कहता था कि काम बोलता है दिल्ली में काम बोला है. और अब उत्तर प्रदेश में भी काम बोलेगा।”
गंगा को साफ करने के सरकार के दावे पर चुटकी लेते हुए पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा कि गंगा मइया अपने आप साफ हो रही है और इन्हें साफ करने का दावा बेबुनियाद है। भाजपा द्वारा नाले पर सेल्फी खींचकर केवल जनता को गुमराह करने का काम किया जा रहा है।
इसके अलावा अखिलेश यादव ने कहा कि 2022 में होने वाले विधानसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी किसी के साथ समझौता नहीं करेगी। हालांकि उनका कहना था कि एडजेस्टमेंट तो हो सकता है, लेकिन समझौता किसी से नहीं होगा। साथ ही उन्होंने दावा किया है कि समाजवादी पार्टी अकेले दम पर 351 सीटें जीतकर प्रदेश में पूर्ण बहुमत की सरकार बनाएगी।
अखिलेश यादव ने कहा,” हम काम पर बात करना चाहते हैं, बात इस पर होनी चाहिए कि सबसे पहले हाईवे कौन बना सकता है। प्रदेश में इतनी बड़ी बिजनेस कॉन्फ्रेंस हुई। प्रधानमंत्री जी आए, राष्ट्रपति जी आए लेकिन कितना विकास हुआ ये बताओ।
एमओयू तो किसी के भी साथ कर सकते हैं. बीजेपी वाले सपा सरकार के काम को अपना बता रहे हैं। समाजवादी पूर्वांचल एक्सप्रेस वे से समाजवादी हटा दिया और उसे पूर्वांचल एक्सप्रेस वे कर दिया। हम समाजवादी पार्टी के लोग समझाते हैं लेकिन बीजेपी वाले बहकाते हैं।”
जय श्रीराम नारे के विवाद पर अखिलेश यादव ने कहा, ”वो लड़का रोजगार मांगने आया था, मैंने तो उसे मारने से बचाया। आप लोग जय श्री राम बोलते हैं सीता-राम क्यों नहीं बोलते हैं। हम ने काम को पकड़ा हुआ है। हमने ऐसा एक्सप्रेस वे बनाया कि जिस पर हर्कुलिस विमान उतर सकता है। योगी सरकार में जो शौचालय बने उनमें पानी तक नहीं आ रहा है।”
अपनी जान को खतरा बताने वाले बयान पर अखिलेश यादव ने कहा कि जब लोगों को सांड से डर लगता है तो उन्हें भी डर लगता है। अखिलेश यादव का कहना है कि भाजपा सीता मां से डरी हुई है। इसलिए वह सीता मां को छोड़कर केवल जय श्री राम का नारा दे रही है।
हम तो जय सियाराम और जय राधेश्याम बोलते रहते हैं। CAA पर वो बोले, ” समाजवादी पार्टी के लोग फॉर्म ही नहीं भरेंगे। हम नागरिकता कानून के खिलाफ है। हम ऐसे काम के पक्ष में नहीं जो समाज को बांटता हो। हमारी पार्टी आंदोलन कर रही है। देश में सबकी गिनती होनी चाहिए, आबादी के हिसाब के गिनती हो। जिस दिन जाति आधारित जनगणना हो जाएगी, हिन्दू-मुसलमान की बात हमेशा के लिए खत्म हो जाएगी।
अखिलेश यादव ने कहा, ”हमारे मुख्यमंत्री जी खुद की जानकारी का मजाक बनवा रहे हैं। अभी उनकी किताब लॉन्च हुई, उसमें लिखा है कि सैफ्रॉन सोशलिस्ट। आप ऐसा लिखकर क्या कहना चाहते हैं ? सैफ्रॉन सोशलिस्ट कहना संविधान की प्रस्तावना के खिलाफ है। ऐसा करके मुख्यमंत्री जी संविधान की अवमानना कर रहे हैं। बीजेपी के लोग जैसी भाषा का इस्तेमाल कर रहे हैं ऐसी भाषा गलत है। कभी कहते हैं कि बदला लेंगे, कभी कहते हैं कि ठोंक देंगे। किसे ठोक देंगे ? हर कोई एक दूसरे ठोंक रहा है।
यही नहीं, केंद्र सरकार द्वारा बुलेट ट्रेन चलाए जाने के मामले पर अखिलेश यादव ने कहा कि केंद्र सरकार को जय महाकाल नाम से कलकत्ता से दिल्ली तक बुलेट ट्रेन चलानी चाहिए, जिससे इस क्षेत्र के गरीबों को भी बुलेट ट्रेन में चलने का मौका मिल सके।