अशाेक यादव, लखनऊ। आंध्र प्रदेश के विशाखापत्तनम गुरुवार को एक प्लांट से रासायनिक गैस लीक होने की घटना में मरने वालों की संख्या शुक्रवार को बढ़कर 12 हो गई है। एक अस्पताल में भर्ती एक व्यक्ति ने उपचार के दौरान दम तोड़ दिया।
मृतक की पहचान 32 वर्षीय गंगाधर चौधरी के रूप में हुई, जिसके बाद गुरुवार तड़के एलजी पॉलीमर्स संयंत्र से स्टाइरीन गैस लीक होने से मृत हुए लोगों की संख्या 12 हो गई है।
ससे पहले, विशाखापत्तनम पुलिस ने घटना में मारे गए 11 लोगों की सूची जारी की थी।
जिनकी पहचान, मीका कृष्णमूर्ति (72), पी. वरलक्ष्मी (38), अप्पला नरसम्मा (45), एन. ग्रीष्मा (9), ए.एन. नानी (40), कुंदना श्रिया (6), ए. चंद्रमौली (19), गंगा राजू (48), बी. नारायणम्मा (35), ए. वी. नुकराजू (60) और पी. शंकर राव (40) के रूप में हुई है।
पीड़ित आर. आर. वेंकटपुरम और रासायनिक कारखाने के आसपास के गांवों के निवासी थे।
अधिकारियों ने कहा, “गुरुवार को एक शव का पोस्टमार्टम किया गया, बाकी अन्य शवों का परीक्षण बाद में शुक्रवार को किंग जॉर्ज अस्पताल में किया जाएगा।”
विजाग गैस कांड में 300 से अधिक लोग प्रभावित भी हुए हैं, जिनमें 48 बच्चे शामिल हैं।
विजाग गैस कांड से पीड़ितों को शहर के विभिन्न अस्पतालों में भर्ती कराया गया है, जिनमें से 20 की हालत गंभीर बताई जा रही है।
अधिकारियों ने कहा कि अकेले केजीएच अस्पताल में 193 पीड़ित भर्ती हैं।
उनमें से कुछ की हालत में सुधार हुआ है और उन्हें शुक्रवार शाम तक छुट्टी मिलने की संभावना है।
एलजी पॉलिमर्स इंडिया प्राइवेट लिमिटेड ने शुक्रवार को स्पष्ट किया है कि संयंत्र में स्थिति नियंत्रण में है और दूसरे लीक की मीडिया में आई खबर गलत है।
कंपनी ने एक बयान में कहा, “तापमान को नियंत्रित रखने के लिए पानी के इस्तेमाल सहित सभी आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं।”
कंपनी ने कहा कि एक एहतियाती कदम के रूप में प्रशासन से निवासियों को खाली कराने के लिए कहा गया था।
कंपनी ने कहा है, “हम नुकसान को रोकने और सभी स्थानीय निवासियों तथा अपने कर्मचारियों की सुरक्षा और सेहत के लिए प्रशासन के साथ मिलकर काम कर रहे हैं।”