जयपुर। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा वंशवाद की राजनीति को लेकर विपक्षी दलों पर निशाना साधने के एक दिन बाद राजस्थान कांग्रेस ने शनिवार को पलटवार करते हुए कहा कि भाजपा नेता असली मुद्दों से हटाने के लिए इस तरह के आरोप लगाते हैं। कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने कहा कि अपने कई बड़े नेताओं के बेटों को चुनावी टिकट देने वाली भाजपा किस मुंह से ‘परिवारवाद’ की बात कर रही है।
उल्लेखनीय है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को भाजपा के राष्ट्रीय पदाधिकारियों की तीन दिवसीय बैठक के उद्घाटन सत्र को वीडियो कांफ्रेंस से संबोधित करते हुए वंशवाद और परिवारवाद के मुद्दे पर कांग्रेस सहित अन्य विपक्षी पार्टियों पर करारा हमला किया। मोदी ने इस ‘‘परंपरा’’ को लोकतंत्र के लिए ‘‘सबसे घातक’’ करार देते हुए भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेताओं और कार्यकर्ताओं से इसके खिलाफ ‘‘अनवरत संघर्ष’’ करने का आह्वान किया।
प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में संवाददाताओं से बातचीत में डोटासरा ने कहा कि ‘परिवारवाद’ तो भाजपा में है, क्योंकि उसने अपने कई नेताओं के बेटों को चुनाव लड़ने के लिए टिकट दिया। डोटासरा ने कहा,‘‘कल प्रधानमंत्री जी ने राजनीति में वंशवाद की बात की, तो मैं उनसे पूछना चाहता हूं कि राजनाथ सिंह जी और उनके बेटे पंकज सिंह को टिकट किसने दिया ? वसुंधरा राजे जी और उनके बेटे दुष्यंत जी को टिकट किसने दिया ? दीप्ति माहेश्वरी जी को टिकट किसने दिया?’
डोटासरा ने कहा कि भाजपा की कथनी व करनी में फर्क है, ये केवल देश के मुद्दों से ध्यान बंटाने के लिए ऐसी बात करते हैं। उल्लेखनीय है कि राजसमंद से निवर्तमान विधायक किरण माहेश्वरी का 2020 में निधन होने के बाद भाजपा ने राजसमंद सीट पर उनकी बेटी दीप्ति माहेश्वरी को टिकट दिया जो जीती भीं।
डोटासरा ने ज्योतिरादित्य सिंधिया, सुनील जाखड़, आरपीएन सिंह और जितिन प्रसाद का नाम लेते हुए आगे कहा कि जब तक ये कांग्रेस में थे, तब तक भाजपा परिवारवाद का आरोप लगाते हुए कह रही थी ये नेताओं के बेटे हैं और इन्हें आगे बढ़ाया जा रहा है। डोटासरा ने कहा कि ये नेता जब तक हमारे पास थे तब तक वंशवाद की परिभाषा में थे, लेकिन जब उनके पास चले गए तो वंशवाद की परिधि में नहीं आते। उन्होंने कहा कि हमारे यहां खारिज किए हुए लोग उनके यहां जाकर खरा सोना हो जाते हैं।
वंशवाद पर राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा,‘‘ ये पुरानी बात है, नई बात नहीं है, परिवारवाद तो इनके अंदर है, आप गिनती लगा लीजिए कि इनके कितने केंद्रीय मंत्री हैं और उनके बेटे-बेटियां कहां जा रही हैं? ’’ गहलोत ने कहा कि पूरे देश में जगह-जगह दंगे हो रहे हैं, अशांति और हिंसा है, लेकिन हम बार-बार प्रधानमंत्री से मांग करते हैं कि आप केवल शांति की अपील कर दीजिए। गहलोत ने कहा कि अहिंसा व प्यार मोहब्बत से ही देश एक और अखंड रहेगा तथा आगे बढ़ेगा।