अशाेेेक यादव, लखनऊ। लाॅकडाउन में ढील मिलने के बाद शराब, बीयर की दुकानों से हुई बिक्री से राज्य सरकार को करीब 70 से 100 करोड़ रुपये के बीच राजस्व मिलने की उम्मीद है।
आबकारी विभाग के अफसरों के अनुसार सामान्य स्थितियों में विभाग को एक महीने का राजस्व 2100 से 2200 करोड़ रुपये के बीच मिलता है। इस लिहाज से सामान्य दिनों में एक दिन का कुल आबकारी राजस्व करीब 70 करोड़ आता है।
चूंकि लाकडाउन में ढील मिलने के बाद सोमवार को पहले दिन कुछ ज्यादा बिक्री हुई है इसलिए यह राजस्व 70 से 100 करोड़ के बीच हो सकता है।
अफसरों का यह भी कहना है कि फुटकर दुकानों पर चूंकि स्टाक सीमित था और मांग बहुत ज्यादा थी इसलिए शाम होने से पहले ही स्टाक खत्म हो गया। सबसे ज्यादा अंग्रेजी शराब ही बिकी।
विभाग से मिले आंकड़ों के अनुसार सामन्य दिनों में प्रदेश में एक दिन में करीब 13 लाख लीटर देसी शराब, 6.5 लाख बोतल अंग्रेजी शराब और 12 से 13 लाख के बीच बीयर के केन की बिक्री होती थी। मगर सोमवार को देसी शराब और बीयर की बिक्री अपेक्षाकृत कम हुई है।
शराब की दुकान के फिलहाल बंदी के आसार नहीं दिख रहे हैं। आबकारी नीति के अनुसार जिन दुकानों का कोटा पूरा नहीं हुआ है वो अगले सात दिनों तक अपना कोटा पूरा कर सकती हैं।
जिन दुकानों का रिन्यूअल हो गया है और वहां पर स्टॉक खत्म हो गया है उन दुकानों पर स्टॉक दिया जाएगा और जिन दुकानों का रिन्यूअल नहीं हुआ और लॉटरी में दूसरे को मिल गई हैं साथ ही इन दुकानों पर स्टॉक खत्म हो गया है ऐसे दुकानदारों को अपनी दुकान नए कोटेदारों को देनी होगी।
शराब अगले सात दिनों तक पुरानी दर पर ही बिकेगी। इसका दो कारण है एक तो अभी नए रेट लगे नहीं है और दूसरे गोदामों में भी माल भरा है।
ऐसे में गोदामों से भी माल का क्लीयर होना जरूरी है। जिला आबकारी अधिकारी संदीप बिहारी मोडवेल का कहना है कि सात दिनों तक रेट में कोई बदलाव नहीं किया जाएगा।