वैश्विक बाजारों की तेजी के बाद भी शुक्रवार को घरेलू शेयर बाजार गिरावट में रहे। सुस्त कारोबार में बड़ी कंपनियों की गिरावट ने घरेलू सूचकांकों के प्रदर्शन पर असर डाला। बीएसई का 30 शेयरों वाला संवेदी सूचकांक सेंसेक्स 110.02 अंक यानी 0.25 प्रतिशत की गिरावट के साथ 44,149.72 पर बंद हुआ। इसी तरह एनएसई का निफ्टी 18.05 अंक यानी 0.14 प्रतिशत फिसलकर 12,968.95 पर बंद हुआ।
सेंसेक्स की कंपनियों में पावरग्रिड कॉरपोरेशन सर्वाधिक दो प्रतिशत से अधिक की गिरावट में रहा। इसके बाद एचसीएल टेक, ओएनजीसी, एमएंडएम, एक्सिस बैंक, टीसीएस, रिलायंस इंडस्ट्रीज और इंफोसिस का स्थान रहा। दूसरी ओर, एशियन पेंट्स, टाइटन, टाटा स्टील, बजाज फाइनेंस और बजाज ऑटो जैसे शेयर बढ़त में रहे।
रिलायंस सिक्योरिटीज के रणनीति प्रमुख बिनोद मोदी ने कहा कि ज्यादातर एशियाई बाजारों ने शुरुआती गिरावट के बाद वापसी की। भारतीय सूचकांक पूरे कारोबार के दौरान नरमी में रहे। उन्होंने कहा कि हालांकि मिडकैप और स्मॉल कैप शेयरों में मजबूत खरीदारी दिखी। मुख्य सूचकांक की कंपनियों के अधिक मूल्यांकन के चलते मिडकैप शेयर निवेशकों को आकर्षित कर रहे हैं।
एशियाई बाजारों में चीन का शंघाई कंपोजिट, हांगकांग का हैंगसेंग, जापान का निक्की और दक्षिण कोरिया का कोस्पी में बढ़त में रहे। यूरोपीय बाजार शुरुआती कारोबार में बढ़त में चल रहे थे। इस बीच कच्चा तेल के अंतरराष्ट्रीय मानक ब्रेंट क्रूड वायदा 0.67 प्रतिशत की बढ़त के साथ 48.11 डॉलर प्रति बैरल पर था।
आज सुबह मजबूत शुरुआत के बाद शेयर बाजार में बिकवाली का दौर नजर आया। एक समय 30 शेयरों वाला बीएसई सेंसेक्स 25.74 अंक या 0.06 प्रतिशत बढ़कर 44,285.48 पर कारोबार करता नजर आया। दूसरी ओर एनएसई का निफ्टी 17.60 अंक या 0.14 प्रतिशत फिसलकर 13,004.60 अंक पर कारोबार करता दिखा।
पिछले सत्र में सेंसेक्स 431.64 अंक या 0.98 प्रतिशत बढ़कर 44,259.74 पर और निफ्टी 128.60 अंक या एक प्रतिशत बढ़कर 12,987 पर बंद हुआ था। शेयर बाजार के अस्थाई आंकड़ों के मुताबिक विदेशी संस्थागत निवेशकों ने पूंजी बाजार में गुरुवार को सकल आधार पर 2,027.31 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे।