अशाेेेक यादव, लखनऊ। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी का आज यानी की शुक्रवार को 50वां के हो गए है। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी आज अपना 50 वां जन्मदिन नहीं मनाएंगे।
राहुल गांधी लद्दाख की गलवान घाटी में शहीद हुए जवानों के सम्मान में अपना जन्मदिन नहीं मनाने का फैसला किया है।
पार्टी सूत्रों के मुताबिक राहुल गांधी की इच्छानुसार पार्टी आलाकमान ने सभी प्रदेश, जिला एवं ब्लॉक इकाइयों को निर्देशित किया है, कि 19 जून को कांग्रेस के नेता और कार्यकर्ता राहुल गांधी के जन्मदिन पर कहीं भी केक नहीं काटें और नारेबाजी नहीं करें।
कांग्रेस के एक सूत्र ने बताया कि पार्टी के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल की ओर से प्रदेश अध्यक्षों, प्रभारियों, विधायक दल के नेताओं, पार्टी के मोर्चा संगठनों एवं विभागों को भेजे गए पत्र में कहा गया है, कि शुक्रवार को नेता और कार्यकर्ता गलवान घाटी में शहीद हुए जवानों के सम्मान में दो मिनट का मौन रखें।
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने लद्दाख की गलवान घाटी में शहीद हुए भारतीय सेना के 20 जवानों के परिवारों को पत्र लिखा है।
इस पत्र में राहुल गांधी ने शोक संतप्त परिवारों के प्रति संवेदना जाहिर की है और उनकी हिम्मत को सलाम करते हुए तमिलनाडु के हवलदार थिरु के पलानी की पत्नी को लिखा है।
पत्र राहुल गांधी ने लिखा मुझे आपके पति थिरु के पलानी की दुःखद मृत्यु से बहुत गहरी पीड़ा हुई है। आज, पूरा देश उनके बलिदान के आगे नतमस्तक है। हम उनकी इस देशभक्ति और जज्बे को कभी नहीं भूलेंगे।
हर एक भारतवासी शांति और आजादी से रह सके यह सुनिश्चित करते हुए उन्होंने देश के लिए अपनी जान दे दी। हम राष्ट्रीय नायक के नुकसान पर शोक व्यक्त करते हैं, मैं इस त्रासदी को झेल पाने के लिए आपके साहस को सलाम करते हैं। इस मुश्किल समय में मेरे सद्भावना और दुआएं आपके और आपके परिवार के साथ है।
ये पत्र राहुल ने तमिलनाडु के हवलदार थिरु के पलानी की पत्नी को लिखा है। पत्र में राहुल लिखते हैं कि- मुझे आपके पति थिरु के पलानी की दुःखद मृत्यु से बहुत गहरी पीड़ा हुई है।
आज, पूरा देश उनके बलिदान के आगे नतमस्तक है. हम उनकी इस देशभक्ति और जज्बे को कभी नहीं भूलेंगे। हर एक भारतवासी शांति और आजादी से रह सके यह सुनिश्चित करते हुए उन्होंने देश के लिए अपनी जान दे दी।
हम राष्ट्रीय नायक के नुकसान पर शोक व्यक्त करते हैं, मैं इस त्रासदी को झेल पाने के लिए आपके साहस को सलाम करते हैं। इस मुश्किल समय में मेरे सद्भावना और दुआएं आपके और आपके परिवार के साथ हैं।