अशाेक यादव, लखनऊ। 69000 शिक्षक भर्ती में हुई आरक्षण की विसंगति में संशोधन के बाद नियुक्ति न मिलने से नाराज चयनित 6800 आरक्षित वर्ग के अभ्यर्थियों ने बड़े आंदोलन की चेतावनी दी थी। चयनित अभ्यर्थी आज विधानसभा का घेराव करने के लिए शहर के विभिन्न इलाकों में इकट्ठा होने लगे।
अभ्यर्थियों का कहना है कि अधिकारियों की लापरवाही से उन्हें नियुक्ति नहीं मिल सकी है। शहर के विभिन्न इलाकों में इकट्ठा हो रहे हैं अभ्यर्थी एक एक कर परिवर्तन चौक पर पहुंच गए और धरने पर बैठ गए।
धरने पर बैठे अभ्यर्थियों की एक ही मांग थी कि बेसिक शिक्षा परिषद उत्तर प्रदेश द्वारा 69000 शिक्षक भर्ती का आयोजन किया गया था, जिसमें आरक्षण की विसंगतियों के कारण आरक्षित वर्ग के कई सारे अभ्यर्थी चयन पाने से वंचित रह गए थे।
चयनित अभ्यर्थी न्याय पाने के लिए राष्ट्रीय पिछड़ा वर्ग आयोग तथा राज्य पिछड़ा वर्ग आयोग में याचिका दाखिल की जिसमें लंबे समय तक सुनवाई के बाद यह बात तथ्यों के साथ प्रमाणित हो गया की 69000 शिक्षक भर्ती में आरक्षण की विसंगति हुई है, जिस को ध्यान में रखते हुए राष्ट्रीय पिछड़ा वर्ग आयोग ने अपने आदेश में बेसिक शिक्षा परिषद को इन विसंगतियों को सुधारते हुए 6800 अतिरिक्त पदों पर नई सूची जारी करने का आदेश दिया। लेकिन उसके बाद भी उनको नियुक्ति नहीं दी गई है।