अशाेक यादव, लखनऊ। दलालों की मिली भगत से घर में खड़े वाहनों की फिटनेस का खेल खत्म होगा। अब बिना वाहनों के फिटनेस सेंटर पहुंचे वाहनों की फिटनेस प्रमाण पत्र जारी ही नहीं हो सकेंगे। 100 फीसदी वाहनों की फिटनेस के लिए परिवहन विभाग ने मोबाइल एप तैयार किया है।
ऐसे में जो वाहन फिटनेस सेंटर तक नहीं पहुंच सकेंगे, उन वाहनों का फिटनेस का ब्यौरा मोबाइल एप पर दर्ज करने के बाद ही प्रमाण पत्र जारी हो सकेगा।
फिटनेस सेंटर पर आने वाले वाहनों की फिटनेस से पहले और बाद के फोटो एप पर डालना होगा। फोटो से यह पता चलेगा कि वाहन में क्या कमियां पहले थी और क्या ठीक किया गया। खास बात यह है कि एप में लोकेशन फीड की गई है।
फिटनेस ग्राउंड से 500 मीटर से अधिक की दूरी पर वाहनों की फिटनेस मान्य नहीं होगी। ऐसे में यात्री वाहन हो या माल वाहन। हर हाल में फिटनेस सेंटर पहुंचना जरूरी होगा।
व्यवसायिक वाहनों की फिटनेस के लिए जो मोबाइल एप तैयार किया है। आरआई और आरटीओ कर्मियों को उसकी ट्रेनिंग दी जाएगी। इसके बाद इस व्यवस्था को दीवाली बाद शुरू किया जाएगा।
“एप की व्यवस्था लागू होने से वाहनों को फिटनेस सेंटर पहुंचना होगा। फोटो अपलोड होने से वाहनों की सही तस्वीर भी सामने आ सकेगी। गलत फिटनेस जारी करने पर संबंधित अधिकारी के खिलाफ कार्रवाई होगी।”