अशाेक यादव, लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को राज्य की रामपुर लोक सभा सीट पर हो रहे उपचुनाव में भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार घनश्याम कोरी की जीत पर पार्टी कार्यकर्ताओं को बधाई देते हुए मतदाताओं का आभार प्रकट किया है।
रामपुर सीट पर मतगणना के दौरान भाजपा प्रत्याशी घनश्याम काेरी ने दोपहर बाद अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी समाजवादी पार्टी (सपा) के उम्मीदवार आसिम रजा से 42 हजार से अधिक मत की निर्णायक बढ़त बना ली थी। हालांकि चुनाव आयोग ने अभी इस सीट पर चुनाव परिणाम की आधिकारिक घोषणा नहीं की है।
योगी ने ट्वीट कर अपने बधाई संदेश में कहा, “रामपुर लोक सभा सीट पर उप चुनाव में मिली विजय आदरणीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के यशस्वी नेतृत्व में जन-कल्याणकारी नीतियों पर डबल इंजन की भाजपा सरकार के प्रति आमजन के विश्वास की मुहर है।”उन्होंने रामपुर की जनता का आभार प्रकट करते हुए एक अन्य ट्वीट में कहा, “यह विजय भाजपा के यशस्वी नेतृत्व तथा समर्पित कार्यकर्ताओं के अथक परिश्रम व डबल इंजन की भाजपा सरकार द्वारा स्थापित सुशासन का सुफल है।
रामपुर की जनता का हृदय की गहराइयों से आभार।”
इससे पहले भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव (संगठन) बीएल संतोष ने भी ट्वीट कर रामपुर सीट पर पार्टी की जीत को ऐतिहासिक बताया। उन्होंने कहा कि भाजपा ने रामपुर लोक सभा सीट 37 हजार से अधिक वोट से जीत कर इतिहास रच दिया है। आजमगढ़ सीट पर भी भाजपा जीत के करीब है। संतोष ने कहा कि यह परिणाम सांप्रदायिक, विभाजनकारी आैर अल्पसंख्यक तुष्टीकरण की राजनीति के लिये खतरे की घंटी है। उन्होंने कहा कि यह परिणाम उप्र के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के कुशल सहयोग से प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा शुरु की गयी विकास की राजनीति पर जनादेश की मुहर लगाता है।
गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश में रामपुर और आजमगढ़ लोक सभा सीट पर उपचुनाव हो रहा है। दोनों सीटों पर गत गुरुवार को हुए मतदान के बाद रविवार को मतगणना में मिले रुझान के मुताबिक दोनों सीट पर भाजपा ने निर्णायक बढ़त बना ली है। आजमगढ़ सीट पर सपा के उम्मीदवार धर्मेन्द्र यादव भाजपा के दिनेश यादव ‘निरहुआ’ से लगभग 13 हजार मतों से पीछे चल रहे हैं। जबकि बसपा के शाह आलम उर्फ गुड्डू जमाली तीसरे स्थान पर हैं।
ज्ञात हो कि 2019 के लोक सभा चुनाव में आजमगढ़ से सांसद चुने गये अखिलेश यादव और रामपुर सीट से सांसद आजम खान के इस्तीफे के कारण रिक्त हुई इन दोनों सीटों पर उपचुनाव कराया जा रहा है। गत विधानसभा चुनाव में अखिलेश और आजम ने विधायक चुने जाने के कारण लोक सभा की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया था।