अशोक यादव, लखनऊ। कोविड-19 जैसी खतरनाक महामारी से सबसे ज़्यादा अगर कोई लड़ रहा है तो वो है धरती पर भगवान कहे जाने वाले डॉक्टर और नर्स हैं।
राजधानी लखनऊ में एक मामला ऐसा सामने आया है जिसमें लखनऊ के बलरामपुर अस्पताल के डायरेक्टर डॉक्टर राजीव लोचन ने यूज किया हुआ दास्ताना जबरदस्ती नर्स की जेब में रख दिया।
जिसके बाद आज सभी नर्सों ने कार्य बहिष्कार कर दिया और राजीव लोचन को पद से हटाने की माँग की।
बलरामपुर अस्पताल में इस वक़्त कई कोरोना वायरस के मरीज एडमिट हैं। आरोप है कि डायरेक्टर राजीव लोचन ने अपना यूज किया हुआ दस्ताना नर्स की जेब में जबरदस्ती रख दिया। जिसके बाद राजीव लोचन ख़ुद अपनी गलती स्वीकारते हुए वीडियो में दिखाई दिए हैं।
इसी मामले में आज सभी नर्सों ने डॉक्टर राजीव लोचन को पद से हटाने के लिए कार्य बहिष्कार कर दिया। साथ ही बताया कि 1 अप्रैल से 10 अप्रैल तक जिन नर्सों ने कोरोना वायरस मरीज़ों की देखभाल की सरकार द्वारा निर्देश है कि वो क्वेरेंटीन में रहेंगी।
लेकिन अस्पताल प्रशासन की लापरवाही के चलते वो अपने घर चली गई। अगर उनके द्वारा किसी और को वायरस फैलता है तो उसकी ज़िम्मेदारी कौन लेगा।
इतना ही नहीं नर्स संघ के महामंत्री ने कहा कि जब तक राजीव लोचन को पद से नहीं हटाया जाता है तब तक हर रोज़ दो घंटा नर्स स्टाफ़ कार्य बहिष्कार करेगा।