लंदन के ट्राफलगर स्क्वायर में लॉकडाउन के विरोध प्रदर्शन में हिंसा भड़कने के बाद करीब 16 लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया, वहीं नौ पुलिस अधिकारियों के घायल होने की जानकारी सामने आई है।
मेट्रो समाचार की रिपोर्ट के अनुसार, विरोध प्रदर्शन में भाग लेने के लिए हजारों लोग शनिवार को ट्राफलगर स्क्वायर में एकत्रित हुए और ‘हम सहमत नहीं हैं’ जैसे कई प्रकार के संकेत वाले, झंडे और तख्तियां प्रदर्शित कर रहे थे।
प्रदर्शन में उपस्थित लोगों ने न ही मास्क पहन रखा था, न ही वे सामाजिक दूरी जैसे सुरक्षा उपायों का पालन कर रहे थे। इस दौरान कुछ प्रदर्शनकारियों ने जहां सरकार पर वायरस के प्रसार को रोकने के प्रयास में व्यापक प्रतिबंधों के जरिए लोगों पर ‘अत्याचार’ का आरोप लगाया, वहीं कुछ ने संभावित कोविड-19 वैक्सीन की तुलना ‘साइनाइड’ से की।
कुछ लोगों ने नाजी प्रचारक जोसेफ गोएबल्स के एक उद्धरण के साथ पोस्टर प्रदर्शित किए, जिस पर लिखा था, “यदि आप एक झूठ को बड़े पैमाने पर बताते हैं और उसे दोहराते रहते हैं, तो अंतत: लोग उस पर विश्वास करने लगते हैं।” हालांकि पुलिस अधिकारियों के साथ प्रदर्शनकारियों की झड़प के बाद विरोध-प्रदर्शन हिंसक हो गया।
प्रदर्शनकारियों ने पुलिस पर बोतलें फेंकी और ‘अपना पक्ष लो’ का नारा लगाने लगे, वहीं अधिकारियों ने उन्हें नियंत्रित करने के लिए डंडों का इस्तेमाल किया। मेट्रोपॉलिटन पुलिस के अनुसार, प्रदर्शनकारियों की गिरफ्तारी कोरोनावायरस नियमों का उल्लंघन, पुलिस अधिकारी के साथ मारपीट, सार्वजनिक आदेश का उल्लंघन, अपराध और हिंसक कृत्य जैसे अपराधों के तहत की गई।
लंदन के मेयर सादिक खान ने विरोध को ‘स्वीकार्य नहीं’ बताते हुए जोर दिया कि कोविड -19 के प्रसार को रोकने के लिए बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शनों पर प्रतिबंध लगाया गया है।
मेट्रो समाचार ने मेयर के बयान के हवाले से कहा, “कुछ प्रदर्शनकारियों के लापरवाह और हिंसक व्यवहार ने कड़ी मेहनत करने वाले पुलिस अधिकारियों को घायल कर दिया है और वायरस के खिलाफ लड़ाई में एक संवेदनशील क्षण में हमारे शहर की सुरक्षा को खतरे में डाल दिया है।”
उन्होंने कहा, “यह पूरी तरह से अस्वीकार्य है। कुछ लोगों के स्वार्थी व्यवहार के कारण हम लंदनवासियों के बलिदान को कम नहीं होने दे सकते।”