अशाेक यादव, लखनऊ। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने एक बार फिर से केंद्र सरकार पर हमला बोला है। इस बार उन्होंने कोरोना महामारी और इस दौरान किए गए लॉकडाउन को लेकर मोदी सरकार को कटघरे में खड़ा किया है।
राहुल गांधी का कहना है कि देश में अचानक किया गया लॉकडाउन देश के असंगठित वर्ग के लिए मृत्युदंड साबित हुआ है।
उन्होने कहा है कि सरकार ने बिना तैयारी के ही इतना बड़ा निर्णय लिया और उसे लोगों पर थोप दिया।
राहुल गांधी ने एक नया वीडियो शेयर कर यह बात कही है।
उन्होंने कहा है कि कोरोना वायरस को लेकर सरकार की ओर से जो तैयारी की जा रही हैं, वह भी महज दिखावा मात्र हैं।
ट्वीट किया, ‘अचानक किया गया लॉकडाउन असंगठित वर्ग के लिए मृत्युदंड जैसा साबित हुआ है।
वादा था 21 दिन में कोरोना को खत्म करने का, लेकिन खत्म किए करोड़ों रोजगार और छोटे उद्योग।
मोदी जी का जनविरोधी ‘डिजास्टर प्लान’ जानने के लिए ये वीडियो देखें।’
इसके अलावा राहुल गांधी ने अपने वीडियो में कहा है, ‘कोरोना के नाम पर जो किया गया,
वो असंगठित क्षेत्र पर तीसरा आक्रमण था, क्योंकि गरीब लोग रोज कमाते हैं और रोज खाते हैं।
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छोटे और मध्यम वर्ग के व्यापार के साथ भी ऐसा ही है।
बिना किसी जानकारी के अचानक लॉकडाउन करना इनके ऊपर आक्रमण करना था।
वादा था 21 दिन में कोरोना को खत्म करने का लेकिन इन 21 दिनों में असंगठित क्षेत्र की रीढ की हड्डी टूट गई।
राहुल गांधी ने यह भी कहा है कि लॉकडाउन खुलने के बाद कांग्रेस पार्टी की ओर से बार-बार गरीबों की मदद करने, उनके अकाउंट में सीधा पैसा भेजने, न्याय योजना लागू करने और उनकी भलाई के लिए कदम उठाने के लए कहा गया लेकिन सरकार ने इस ओर बिल्कुल ध्यान नहीं दिया।
‘हमने कहा स्मॉल एंड मीडियम बिजनेस के लिए आप एक पैकेज तैयार करिए, उनको बचाने की जरूरत है।
बिना इस पैसे के ये नहीं बचेंगे लेकिन सरकार ने कुछ नहीं किया।
सरकार ने दिखावा करने के लिए देश के चुनिंदा अमीर लोगों का लाखों करोड़ों रुपए का टैक्स माफ किया।
युवाओं के भविष्य पर आज खतरा मंडरा रहा है और इसकी जिम्मेदारी केवल और केवल भाजपा सरकार है।
अचानक किया गया लॉकडाउन किसान, मजदूर और छोटे व्यापारियों के ऊपर किया गया आक्रमण था।
सरकार के इस आक्रमण के खिलाफ अब हम सबको एक साथ मिलकर खड़ा होना पड़ेगा।