अशोक यादव, लखनऊ।
भारत सहित पूरी दुनिया कोरोना महामारी से हलकान है। किसी को इससे निपटने का तरीका नहीं सूझ रहा है।
चीन के वुहान से फैला यह घातक वायरस यूरोप में भयानक तबाही मचा रहा है।
इटली और स्पेन के बाद अब अमेरिका सबसे ज्यादा इससे परेशान है। हर रोज वहां हजारों लोग मर रहे हैं।
इस महामारी के लिए दुनिया के कई ताकतवर देश चीन पर हमलावर हैं।
इस बीच अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने एक बार फिर चीन पर अपना गुस्सा निकाला है।
ट्रम्प ने इस बार सीधे-सीधे कहा है कि यह कोई फलू नहीं है, बल्कि अमेरिका में जानबूझकर हमला किया गया है।
राष्ट्रपति डोनाल्ड ने बुधवार को व्हाइट हाउस में डेली ब्रीफिंग के दौरान कहा, हम पर हमला हुआ। यह हमला था।
यह कोई फ्लू नहीं था। कभी किसी ने ऐसा कुछ नहीं देखा, 1917 में ऐसा आखिरी बार हुआ था।
इसके लिए चीन को गंभीर परिणाम भुगतने होंगे। अमेरिकी राष्ट्रपति इससे पहले भी कई बार चीन पर उंगली उठा चुके हैं।
लेकिन जैसे-जैसे अमेरिका में इससे मरने वालों का आंकड़ा बढ़ रहा है, ट्रम्प की तल्खी बढ़ती जा रही है।
इस महामारी के लिए टंप चीन के साथ अंतरराष्ट्रीय स्वास्थ्य संगठन को भी जिम्मेदार ठहरा रहे हैं। जिसने समय पर सही जानकारी नहीं दी। अमेरिका के साथ तमाम देशों ने कोविड-19 की निष्पक्ष जांच की मांग उठाई है।