मनोज श्रीवास्तव/लखनऊ। कानपुर के राजकीय बाल संरक्षण गृह की 33 लड़कियां कोरोना पालिटिव पाई गयीं हैं। इनमें से सात लड़कियां गर्भवती हैं। इस घटना के स्वरूप नगर बालिका संरक्षण गृह से लेकर शासन तक में हड़कंप मच गया है। स्वास्थ्य महकमे की टीम ने उन्हें उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती कराया जहां उपचार के दौरान सात किशोरियां गर्भवती पाई गईं।जानकारी के मुताबिक, कोरोना संक्रमित सभी लड़कियों को मंधना के रामा मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया है. कहा जा रहा है कि दोनों गर्भवती युवतियों के पेट में 8 माह का बच्चा पल रहा है। ऐसे में इन दोनों लड़कियों को हैलट के जच्चा बच्चा अस्पताल में भर्ती कराया गया है। चौंकाने वाली बात यह है कि हॉस्पिटल में जांच के बाद जहां एक गर्भवती किशोरी एचआईवी संक्रमित पाई गई है तो वहीं, दूसरी में हेपेटाइटिस सी का संक्रमण मिला है। शेष 5 को कोरोना पॉजीटिव पाया गया। दोनों किशोरियों की उम्र 17 वर्ष है और बिहार व झारखंड की रहने वाली बताई जा रही हैं। उन्हें एचआईवी और हेपेटाइटिस सी का संक्रमण होने से हाई रिस्क बन गया है, जिससे उन्हें विशेष निगरानी में रखा गया है। गर्भवती किशोरियों के साथ उनमें संक्रमण की जानकारी होने पर प्रशासनिक अफसरों से लेकर स्वास्थ्य महकमे में खलबली मच गई है। अब किशोरियों का पूरा ब्यौरा खंगाला जा रहा है कि इनको कब राजकीय बाल संरक्षण गृह में लाया गया था।राजकीय बाल संरक्षण गृह की नोडल ऑफिसर ने बताया कि बिल्डिंग को सील कर दिया गया है।अभी अन्य युवतियों को क्वारेंटाइन कर दिया गया है, जिनसे उनके बारे में जानकारी नहीं मिल पा रही है कि आखिर ये किशोरियां और किन-किन के संपर्क में आई थीं। उनकी भी जानकारी ली जा रही है। सीएमओ अशोक कुमार शुक्ला का कहना है कि उन्हें इन किशोरियों के गर्भवती होने की जानकारी नहीं है। यह विभाग मेरा नहीं है। उनका कहना है कि मेरे काम कोरोना पॉजिटिव मरीजों को अस्पताल में भर्ती कराना है।उनके लिए बेहतर चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराना मेरी जिम्मेदारी है। यह गर्भवती है या एचआईवी पॉजिटिव इसकी जानकारी अस्पताल प्रशासन से मिल सकती है। मामले संज्ञान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के संज्ञान में आने के बाद कानपुर के मंडलायुक्त डॉ सुधीर एम बोबड़े और जिलाधिकारी कानपुर नगर ब्रह्मदेवराम तिवारी ने विस्तृत जानकारी का वीडियो और विज्ञप्ति जारी किया। जिसके अनुसार कानपुर संवासिनी गृह व वहां रह रही संवासनी के संबंध में मंडलायुक्त डॉ सुधीर एम बोबडे और जिलाधिकारी डॉ ब्रह्म देव राम तिवारी ने बताया कि इस संरक्षण गृह में 57 लोगों की रिपोर्ट कोविड पॉजिटिव पाई गई है। इस जांच में 7 बालिकाएं गर्भवती पाई गई, जिसमें 5 कोरोना पॉजिटिव हैं, शेष 2 की रिपोर्ट नेगेटिव पाई गई। उन्होंने बताया कि जिन पांच बालिकाओं की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है, ये सभी पॉक्सो एक्ट के तहत क्रमशः जनपद आगरा, एटा, कन्नौज, फिरोजाबाद व कानपुर के CWC (बाल कल्याण समिति) से संदर्भित करने के पश्चात यहां रह रही थीं। ये सातों बालिकाएं यहां प्रवेश के समय से ही गर्भवती थीं। पॉजिटिव बालिकाओं में से 2 बलिकाओं का LLR में तथा 3 का रामा मेडिकल कॉलेज में कोविड प्रोटोकाल के अनुसार इलाज हेतु भर्ती कराया गया है।
राजकीय बाल संरक्षण गृह की 57 लड़कियां कोरोनाग्रस्त, 7 लड़कियां गर्भवती, 5 को कोरोना!
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