अशाेक यादव, लखनऊ। अग्निपथ योजना के विरोध में गुरुवार को राज्य के विभिन्न हिस्सों में विरोध प्रदर्शन हुए, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आश्वासन दिया कि योजना के तहत चार साल तक सशस्त्र बलों के लिए काम करने वालों को पुलिस और अन्य विभागों में प्राथमिकता दी जाएगी।
इस कार्यक्रम में भाग लेने वाले अधिकांश अग्निवीर चार साल के अंत में बेरोजगार रह जाएंगे, क्योंकि प्रत्येक बैच का केवल 20 प्रतिशत ही बलों में रखा जाएगा की चर्चा पर सीएम ने युवाओं से अपील की है कि किसी की भी बातों में न आएं।
उन्होंने अपील करते हुए कहा कि अग्निपथ योजना आपके जीवन को एक नया आयाम प्रदान करेगी और साथ ही आपके जीवन में एक सुनहरा अध्याय खोलेगी। किसी के बहकावे में न आएं। अग्निवीर मां भारती की सेवा के लिए देश के लिए एक अमूल्य संपत्ति होगी।
उन्होंने कहा कि पुलिस और अन्य सेवाओं में अग्निशामकों को प्राथमिकता दी जाएगी। बुधवार की रात सीएम ने घोषणा की थी कि यूपी में पुलिस भर्तियों और अन्य विभागों में चार साल की सेवा पूरी करने के बाद अग्निवीरों को प्राथमिकता दी जाएगी।
दो दिवसीय दौरे पर झांसी में उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने भी युवाओं से शांति बनाए रखने की अपील की। योजना को सरकार के रोजगार सृजन कार्यक्रम से जोड़ते हुए मौर्य ने कहा कि आप सभी को एक सैनिक की भूमिका में होना चाहिए और इसके लिए उन्हें चार साल के लिए सशस्त्र बलों में विशेष प्रशिक्षण प्रदान किया जाएगा।
बुधवार को सीएम ने घोषणा की कि 40,000 और पुलिस कर्मियों की भर्ती की जाएगी। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार रोजगार के अवसर बढ़ाने और उस काम के रास्ते में आने वाली बाधाओं को दूर करने की कोशिश कर रही है।