उत्तर प्रदेश के आगरा में उस समय खलबली मच गई जब सोमवार दोपहर पेड़ से पांच-पांच सौ के नोट गिरने लगे। नोटों को देख कर आसपास के लोग उन्हें बटोरने के लिए दौड़ पड़े। भगदड़ मच गई। सूचना पर तत्काल थाना पुलिस मौके पर पहुंची।
पुलिस ने नोटों को इकट्ठा किया। वहीं जानकारी होने पर कार मालिक भी मौके पर पहुंच गया। उसने बताया कि वह एक जमीन का बैनामा कराने के लिए आया था। पीड़ित ने बताया कि उसके सभी नोट सुरक्षित हैं। तब जाकर पुलिस और पीड़ित की जान में जान आई।
घटना दोपहर की है। बाह तहसील के पास पुराने महिला अस्पताल में पेड़ से पांच-पांच सौ के नोट गिरने लगे। नोट बंटारने वालों की भीड़ लग गई। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि पेड़ पर एक बंदर उछल कूद करके नोटों को उड़ रहा था।
पूरा नजारा देखकर इलाके में हड़कंप मच गया। लोगों ने तत्काल मामले की जानकारी स्थानीय पुलिस को दी। पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस ने छानबीन की। पुलिस ने बताया कि जैतपुर के चौबेपुरा गांव के राकेश पुत्र तुलसीराम ने खेत खरीदा था।
सोमवार को तहसील में बैनामा था। वह अपनी कार से आए थे। तहसील के पास ही उन्होंने अपनी कार खड़ी कर दी। कार में एक थैले में पांच लाख रुपये रखे थे। कार को खड़ा करते समय उसका एक शीशा खुला रह गया। राकेश तहसील में अपने अधिवक्ता के पास चले गए।
इसी दौरान कार में घुसे बंदर ने थैला खोल लिया। पूरी गाड़ी में नोट बिखेर दिए। इसके बाद 50 हजार रुपये की गड्डी निकाल ली और पेड़ पर चढ़ गया। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि बंदर उछल कूद करके नोटों को नीचे गिराता रहा।
वहां बैठी महिलाओं ने नोट बंटोरने शुरू कर दिए। जानकारी पर राकेश भी मौके पर पहुंच गए। राकेश ने सभी नोटों को गिना। वह पूरे थे। राकेश ने बाह पुलिस का धन्यवाद दिया।