लखनऊ।
यूपी के पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने कानून व्यवस्था पर सवाल खड़े किए हैं। अखिलेश यादव ने कहा कि यूपी में अराजकता की स्थिति हो गई है। यहां बड़ी आबादी में लोगों के अन्दर डर है। इतना ही नहीं उन्होंने ये भी कहा कि यहां की कानून व्यवस्था दिन-प्रतिदिन बिगड़ती जा रही है।
राजधानी लखनऊ समेत प्रदेश के कई जिलों में में आए दिन हत्याएं हो रही हैं। इसे दुरुस्त करने के बजाए सीएम योगी आदित्यनाथ खुद अलोकतांत्रिक भाषा का प्रयोग कर रहे हैं। बता दें अखिलेश यादव गुरुवार को पार्टी मुख्यालय में कार्यकर्ताओं को संबोधित कर रहे थे।
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) February 21, 2020
उन्होंने कहा भाजपा राज में नागरिकों के अधिकारों का हनन किया जा रहा है। लोकतंत्र में सभी को असहमति का अधिकार है। इसमें धमकी और अहंकार के लिए कोई स्थान नहीं होता है। मुख्यमंत्री वन ट्रिलियन डॉलर अर्थव्यवस्था का दावा कर रहे हैं, लेकिन यह कैसे हासिल होगा
इसकी कोई रूपरेखा अभी तक तय नहीं है। पुलिस हिरासत में सबसे अधिक मौतें यूपी में हुईं हैं।
अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा ने नैतिकता को ताक पर रखकर असत्य को स्थापित करने की प्रतियोगिता शुरू कर दी है। उन्होंने कहा भाजपा के अहंकार से परेशान जनता का विश्वास समाजवादी पार्टी और उसकी सरकार के समय हुए तमाम विकास कार्यों पर है।
वर्ष 2022 के विधानसभा चुनावों में समाजवादी पार्टी के 351 विधायकों के साथ जनता के बल पर फिर सपा एक बार फिर सरकार बनाएगी।
अखिलेश यादव ने कहा कि जीवन में बदलाव लाने वाले काम समाजवादी सरकार में हुए थे। जो मेडिकल कालेज समाजवादी सरकार में बने थे उन्हें ही अपना बताने में भाजपा संकोच नहीं कर रही है।
एक्सप्रेस-वे और मेट्रो जैसी कोई चीज भाजपा नहीं बना पाई है। सपा सरकार एक बार फिर बनने पर और भी अच्छी सुविधायुक्त अस्पताल बनाएंगे। चिकित्सा सुविधाएं बढ़ाई जाएगी। जनहित के विकासकार्यों का विस्तार किया जाएगा।
अखिलेश यादव ने कार्यकर्ताओं से कहा कि हमें गांव-गांव, घर-घर जनसंपर्क अभियान शुरू करना चाहिए। इस दौरान समाजवादी पार्टी की नीतियां, कार्यक्रम और समाजवादी सरकार की उपलब्धियां लोगों तक पहुंचाई जाएं।पार्टी की मजबूती के लिए हम सबकी एकजुटता एवं निष्ठा आवश्यक है। जनता के विश्वास को बना रखना है।