अशाेक यादव, लखनऊ। पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड के निजीकरण के विरोध यूपी बिजली कर्मचारियों के अनिश्चितकालीन कार्य बहिष्कार कर दिया है। जिसके चलते सोमवार रात को डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्या, ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा सहित मंत्रियों, विधायकों और विधान परिषद सदस्यों के सरकारी आवास सहित राजधानी की बिजली सप्लाई ठप हो गई।
वीवीआईपी इलाकों में बिजली गुल होने से पावर कॉरपोरेशन प्रबंधन से लेकर शासन स्तर तक हड़कंप मच गया। वहीं कर्मचारियों ने बिजली शुरु करने से मना कर दिया। जिसके बाद आनन-फानन मध्यांचल निगम के एमडी सूर्यपाल गंगवार ने निदेशक (तकनीकी) सुधीर कुमार को कूपर रोड उपकेंद्र भेजा। करीब दो घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद वैकल्पिक स्त्रोत से बिजली सप्लाई बहाल की जा सकी। जिसके बाद सभी ने राहत की सांस ली।
बता दें कि लेसा के राजभवन डिवीजन के अंतर्गत कूपर रोड उपकेंद्र में सुबह करीब 11 बजे बिजली सप्लाई ठप हो गई थी। इससे विक्रमादित्य मार्ग, माल एवेन्यू, गुलिस्तां कॉलोनी, महिला विधायक आवास, पीडब्ल्यूडी कॉलोनी सहित कई वीआईपी इलाकों की बिजली सप्लाई ठप हो रही।
साथ ही मुख्यमंत्री कंट्रोल रूम, समाजवादी पार्टी कार्यालय, कांग्रेस मुख्यालय, वीआईपी गेस्ट हाउस में बिजली सप्लाई न होने से काफी दिक्कत हुई। बिजली गुल होते ही मंत्रियों और विधायक आवास से उपकेंद्र पर फोन किए गए।
लेकिन किसी भी कर्मचारी ने फोन नहीं उठाया, इससे परेशान लोगों ने अवर अभियंता, एसडीओ और अधिशासी अभियंता से सम्पर्क साधा। लेकिन सभी ने कार्य बहिष्कार का हवाला देकर बिजली फाल्ट ठीक कराने में असमर्थता जताई।