भारत रत्न पूर्व प्रधानमंत्री स्व. अटल बिहारी वाजपेयी के जन्म दिवस पर 25 दिसंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के किसान संवाद कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए भाजपा संगठन और सरकार दोनों जुटे हैं।
राज्य में भाजपा के सभी संगठनात्मक मंडलों के साथ ही 2500 से अधिक स्थानों पर पार्टी कार्यकर्ता और आमजन डिजिटल माध्यमों से किसान संवाद कार्यक्रम से सामूहिक रूप से जुड़ेंगे। शनिवार को भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष व प्रदेश प्रभारी राधा मोहन सिंह तथा प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह ने कार्यक्रम की सफलता के लिए पार्टी पदाधिकारियों के साथ बैठकें की।
प्रदेश प्रभारी और प्रदेश अध्यक्ष ने गोरखपुर, काशी, ब्रज व पश्चिम क्षेत्र के क्षेत्रीय अध्यक्षों व विधायकों के साथ वर्चुअल माध्यमों से संवाद किया। राष्ट्रीय उपाध्यक्ष व प्रदेश प्रभारी राधामोहन सिंह ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में केन्द्र सरकार गांव, गरीब व किसानों के लिए समर्पित है।
उन्होंने किसानों के हित में जितना कार्य मोदी सरकार कर रही है, उतना पहले हुआ होता है तो आज किसानों की स्थिति काफी बेहतर होती। यूपीए सरकार के कार्यकाल में 2013-14 में कृषि बजट में 21933 करोड़ रुपये दिए गए थे वहीं मोदी सरकार ने 2020-21 में छह गुना यानि 134399 करोड़ रुपये का बजट दिया है।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री किसान सम्मान योजना के माध्यम से किसानों के खातों में 95979 करोड़ रुपये भेजे गए। इससे 10.59 करोड़ किसान परिवार लाभान्वित हुआ। उन्होंने कहा कि नए कृषि कानूनों को लेकर विपक्ष भ्रम व झूठ फैलाने का काम कर रहा है।
काफी विचार विमर्श के बाद संसद ने कृषि सुधारों को कानूनी रूप दिया। इन सुधारों से न सिर्फ किसानों के अनेक बंधन समाप्त हुए है बल्कि उन्हें नए अधिकार भी मिले हैं नए अवसर भी मिले हैं। एमएसपी मिलता रहेगा। किसान अब अपनी फसल कहीं भी किसी को भी बेच सकते हैं।
प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह ने कहा कि नये कृषि सुधारों में किसानों को न केवल अनेक सुविधाएं प्राप्त होंगी बल्कि उन्हें नये अधिकार व अवसर भी मिलेंगे। नई व्यवस्था से किसानों को अपनी उपज बेचने के लिए अधिक विकल्प व सहूलियतें प्राप्त हो सकेंगी। किसानों के लिए नये अवसर तो पैदा ही होंगे उनकी कृषि भूमि पर किसी भी प्रकार की कोई आंच नहीं आएगी।
पिछले 6 वर्षों में एमएसपी में बढ़ोत्तरी रही हो, खरीद रही है, गन्ना मूल्य का भुगतान रहा है या किसान सम्मान निधि जैसी योजनाएं सबका उद्देश्य किसानों को लाभ पहुंचाना रहा है। विपक्ष के लिए किसान वोट बैंक से अधिक कभी कुछ नहीं रहा। जबकि हमारे लिए किसान हमारी रीति-नीति व विश्वास का केन्द्र बिन्दु है।