अशाेक यादव, लखनऊ। भारत के मोबाइल बाजार पर कब्जे की जंग अब और तेज हो गई है। दक्षिण कोरिया की सैमसंग ने सितंबर तिमाही में चीन की शियोमी को पछाड़कर दो साल बाद फिर से भारतीय बाजार में शीर्ष पर पहुंच गई है। काउंटर प्वाइंट की रिपोर्ट में यह बात सामने आई है।
बाजार विशेषज्ञों का कहना है कि चीन का भारत के साथ तनाव बढ़ने और अमेरिका में चीनी कंपनियों पर प्रतिबंध की सीधा फायदा सैमसंग को मिला है। साथ ही नए उत्पादों के दम पर भी सैमसंग चीनी कंपनियों को पछाड़ने में कामयाब रही है।
स्मार्टफोन बिक्री में हिस्सेदारी (फीसदी में)
कंपनी सितंबर 2020 तिमाही सितंबर 2019 तिमाही
सैमसंग 24 20
शियोमी 23 26
वीवो 16 17
रियलमी 15 16
ओप्पो 10 08
अऩ्य 12 13
ऑनलाइन बिक्री दोगुना बढ़ी
बाजार में सैमसंग ने ऑनलाइन बिक्री के दम पर भी शीर्ष पर पहुंचने में कामयाब रही है। सितंबर तिमाही में कंपनी की बिक्री दोगुना बढ़कर 30 फीसदी के स्तर पर पहुंच गई। पिछले साल की सितंबर तिमाही तक ऑनलाइन बिक्री में सैमसंग की हिस्सेदारी 15 फीसदी थी।
बाजार विशेषज्ञों का कहना है कि इसके अलावा सैमसंग के एम और ए सीरीज के स्मार्टफोन ने भी खरीदारों को खूब लुभाया है।
सैमसंग ने कहा कि सितंबर तिमाही में उसका लाभ 59 प्रतिशत बढ़कर दो साल के उच्च स्तर 12,350 अरब वॉन यानी 10.89 अरब डॉलर पर पहुंच गया। कंपनी का लाभ कंप्यूटर मेमोरी चिप, स्मार्टफोन और उपकरणों की बिक्री के दम पर बढ़ा है।
इस दौरान कंपनी का राजस्व आठ प्रतिशत बढ़कर 66,960 अरब वॉन यानी 59 अरब डॉलर के सर्वकालिक उच्च स्तर पर पहुंच गया। यह सैमसंग का किसी भी तिमाही का सबसे अधिक राजस्व है।
कंपनी ने एक बयान में कहा, ‘दुनिया भर में भले ही कोविड-19 महामारी का प्रकोप जारी है, प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं के खुलने से उपभोक्ता मांग में महत्वपूर्ण तेजी आई है। कंपनी ने कहा कि कंप्यूटर चिप की मांग में कमी आयी है और स्मार्टफोन तथा उपभोक्ता इलेक्ट्रॉनिक्स क्षेत्र में प्रतिस्पर्धा तेज हुई है। इसके कारण उसे चालू तिमाही में लाभ कम होने की आशंका है।