अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की पत्नी मेलानिया ट्रंप की दिल्ली के सरकारी स्कूल में जाने के कार्यक्रम से मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और मनीष सिसोदिया का नाम हटाए जाने को लेकर विवाद पैदा हो गया है। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता शशि थरूर ने इसे लोकतंत्र के लिए अस्वस्थ परंपरा बताया है। 25 फरवरी को मेलानिया ट्रंप दिल्ली के एक सरकारी स्कूल में जाएंगी. वह केजरीवाल सरकार के स्कूल में हैप्पीनेस क्लास देखेंगी.
शशि थरूर ने ट्वीट किया, आधिकारिक अवसरों के लिए चुनिंदा निमंत्रण भेजने की इस तरह की क्षुद्र राजनीति को मोदी सरकार द्वारा शुरू किया गया, जो हमारे लोकतंत्र के लिए अस्वस्थ है। राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री के भोज और स्वागत कार्यक्रम से विपक्ष को अलग करना तुच्छ लग सकता है, लेकिन यह भारत को कमजोर करता है।
This kind of petty politics in selectively sending invitations for official occasions was introduced by the ModiGovt &is unhealthy for our democracy. Exclusion of the Opposition from @RashtrapatiBhvn banquets &PrimeMinisterial receptions may seem trivial, but it undermines India. https://t.co/QE3cemW1PH
— Shashi Tharoor (@ShashiTharoor) February 22, 2020
अमेरिका की प्रथम महिला मेलानिया ट्रंप का दिल्ली के एक सरकारी स्कूल में कार्यक्रम होना है। दिल्ली सरकार के सूत्रों के मुताबिक इस कार्यक्रम के लिए दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया के नाम को हटा दिया गया है।
दिल्ली सरकार के सूत्रों का दावा है कि स्कूल के दिल्ली सरकार के अधीन आने के बाद से ही दोनों को कार्यक्रम में भाग लेना था। हालांकि अब उनका नाम हटा दिया गया है। वहीं आम आदमी पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य प्रीति शर्मा मेनन का कहना है कि भले ही पीएम नरेंद्र मोदी अरविंद केजरीवाल और मनीष सिसोदिया को आमंत्रण न दें, लेकिन उनका काम बोलता है।