अशाेेेक यादव, लखनऊ। सेवानिवृत्त आईएएस डा. सूर्य प्रताप सिंह के खिलाफ सोशल मीडिया पर सरकार विरोधी पोस्ट करने के मामले में लखनऊ की हजरतगंज कोतवाली में रिपोर्ट दर्ज कराई गई है। यह रिपोर्ट सचिवालय चौकी प्रभारी सुभाष सिंह ने दर्ज कराई है।
पुलिस के मुताबिक सूर्य प्रताप ने बुधवार को एक ट्वीट किया था। इसमें कोविड-19 से निपटने को बनाई टीम-11 की बैठक के बाद मुख्य सचिव द्वारा जिलाधिकारियों को अधिक कोरोना टेस्ट करने पर टोके जाने का जिक्र था।
पूर्व आईएएस ने मुख्य सचिव के हैण्डल को टैग कर यह ट्वीट किया था। इसमें कोरोना से निपटने को यूपी की नो टेस्ट-नो कोरोना का जिक्र भी था।
इंस्पेक्टर हजरतगंज अंजनी कुमार पाण्डेय ने बताया कि महामारी अधिनियम व दुष्प्रचार करने की धारा में रिपोर्ट दर्ज कराई है। कर्मचारी नेता सलमान जमीर ने बताया कि मूलतः बुलंदशहर के रहने वाले डा. सूर्यप्रताप नैनीताल, बरेली, मुज़फ्फरनगर व बदायूं के जिलाधिकारी भी रहे।
उन्होंने उर्दू लिखना -पढ़ना बरेली में सीखा। बरेली में उनके कार्यकाल के दौरन पढ़ो और पढ़ाओ, कुछ कर दिखाओ का नारा सरकारी कर्मचारी /अधिकारी, जन प्रतिनिधियों के बीच खूब चर्चित रहा था।