मुंबई। महाराष्ट्र में नवनिर्वाचित मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के नेतृत्व में भारतीय जनता पार्टी के सहयोग से बनी सरकार आज से यहां शुरू हो रहे विधानसभा के दो दिवसीय विशेष सत्र में चार जुलाई को शक्ति परीक्षण करेगी। एक अधिकारी ने बताया कि रविवार को पूर्वाह्न 11 बजे विधानसभा की कार्यवाही शुरू होने के बाद सदन के अध्यक्ष पद के लिए चुनाव होगा।
अध्यक्ष पद के चुनाव के लिए शिवसेना के नेता और उद्धव ठाकरे के करीबी राजन साल्वी शिवसेना-राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा)-कांग्रेस के संयुक्त उम्मीदवार हैं, जो पहली बार विधायक बने भाजपा उम्मीदवार राहुल नार्वेकर को चुनौती देंगे। शिंदे को समर्थन देने वाले शिवसेना के बागी विधायक शनिवार रात गोवा से मुंबई लौटे और उन्हें दक्षिण मुंबई के एक लग्जरी होटल में रखा गया है। दक्षिण मुंबई में विधान भवन स्थित है, जहां शक्ति परीक्षण होगा।
राकांपा प्रमुख शरद पवार ने कहा कि विधानसभा के उपाध्यक्ष नरहिर जिरवाल के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लंबित होने के बावजूद वह कार्यवाहक अध्यक्ष के रूप में अपना कर्तव्य निभा सकते हैं। कांग्रेस के नाना पटोले के पिछले साल फरवरी में पार्टी की प्रदेश इकाई के अध्यक्ष बनने के लिए इस्तीफा देने के बाद से विधानसभा अध्यक्ष का पद खाली पड़ा है। शिंदे को समर्थन देने वाले शिवसेना के 39 बागी नेताओं समेत 50 विधायक एक चार्टर्ड विमान के जरिए शनिवार शाम गोवा से मुंबई आए। शिंदे शनिवार सुबह गोवा गए थे। वह भी बागी विधायकों के साथ लौटे।
शिंदे के पास 288 सदस्यीय सदन में निर्दलीय और छोटे दलों के 10 विधायकों तथा भाजपा के 106 विधायकों का समर्थन है। विधानसभा में शिवसेना के पास 55, राकांपा के पास 53, कांग्रेस के पास 44, भाजपा के पास 106, बहुजन विकास आघाड़ी के पास तीन, समाजवादी पार्टी के पास दो, ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन के पास दो, प्रहार जनशक्ति पार्टी के पास दो, महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के पास एक, मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी के पास एक, शेतकरी कामगार पार्टी के पास एक, स्वाभिमानी पक्ष के पास एक, राष्ट्रीय समाज पक्ष के पास एक, जनसुराज्य शक्ति पार्टी के पास एक, क्रांतिकारी शेतकारी पार्टी के पास एक और 13 निर्दलीय विधायक हैं।
शिवसेना विधायक रमेश लटके का मई में निधन हो जाने के कारण एक पद रिक्त है। राकांपा के दो नेता अजीत पवार और छगन भुजबल कोरोना वायरस से संक्रमित हैं, जबकि पार्टी के दो अन्य विधायक अनिल देशमुख और नवाब मलिक वर्तमान में जेल में हैं।