अशाेक यादव, लखनऊ। भारत में एक दिन में कोविड-19 के 6,915 नए मामले सामने आने के बाद देश में कोरोना वायरस के संक्रमितों की कुल संख्या बढ़कर 4,29,31,045 हो गई है। वहीं, उपचाराधीन मरीजों की संख्या 60 दिन बाद एक लाख के नीचे आ गई। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के मंगलवार सुबह आठ बजे के अद्यतन आंकड़ों के अनुसार, पिछले 24 घंटो में 180 और लोगों की मौत हो जाने के बाद कुल मृतक संख्या बढ़कर 5,14,023 हो गई।
देश में अभी 92,472 लोगों का कोरोना वायरस संक्रमण का इलाज चल रहा है, जो कुल मामलों का 0.22 प्रतिशत है। पिछले 24 घंटे में उपचाराधीन मरीजों की संख्या में 10,129 की कमी दर्ज की गई। मरीजों के ठीक होने की राष्ट्रीय दर बढ़कर 98.59 प्रतिशत हो गई है। अद्यतन आंकड़ों के अनुसार, संक्रमण की दैनिक दर 0.77 प्रतिशत और साप्ताहिक दर 1.11 प्रतिशत दर्ज की गई।
देश में अब तक कुल 4,23,24,550 लोग संक्रमण मुक्त हो चुके हैं और कोविड-19 से मृत्यु दर 1.20 प्रतिशत है। वहीं, राष्ट्रव्यापी टीकाकरण अभियान के तहत अभी तक कोविड-19 रोधी टीकों की 177.70 करोड़ से अधिक खुराक दी जा चुकी हैं। उल्लेखनीय है कि देश में सात अगस्त, 2020 को संक्रमितों की संख्या 20 लाख, 23 अगस्त, 2020 को 30 लाख और पांच सितंबर, 2020 को 40 लाख से अधिक हो गई थी।
संक्रमण के कुल मामले 16 सितंबर, 2020 को 50 लाख, 28 सितंबर, 2020 को 60 लाख, 11 अक्टूबर, 2020 को 70 लाख, 29 अक्टूबर, 2020 को 80 लाख और 20 नवंबर को 90 लाख के पार चले गए थे। देश में 19 दिसंबर, 2020 को ये मामले एक करोड़ के पार हो गए थे। पिछले साल चार मई को संक्रमितों की संख्या दो करोड़ के पार और 23 जून, 2021 को तीन करोड़ के पार पहुंच गई थी। इस साल 26 जनवरी को मामले चार करोड़ के पार पहुंच गए।
मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, देश में पिछले 24 घंटे में संक्रमण से मौत के 180 मामले सामने आए। इनमें से केरल में 110 और गोवा में 20 मामले सामने आए। आंकड़ों के अनुसार, देश में संक्रमण से अभी तक कुल 5,14,023 लोगों की मौत हुई है, जिनमें से महाराष्ट्र में 1,43,701, केरल में 65,333, कर्नाटक में 39,950, तमिलनाडु में 38,004, दिल्ली में 26,122, उत्तर प्रदेश में 23,456 और पश्चिम बंगाल में 21,176 लोगों की मौत हुई है।
स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि अब तक जिन लोगों की कोरोना वायरस संक्रमण से मौत हुई है, उनमें से 70 प्रतिशत से अधिक मरीजों को अन्य बीमारियां भी थीं। मंत्रालय ने अपनी वेबसाइट पर बताया कि उसके आंकड़ों का भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) के आंकड़ों के साथ मिलान किया जा रहा है।अशाेक यादव, लखनऊ