नई दिल्ली। कानपुर में हुई हिंसा को लेकर जमकर हंगामा मचा हुआ है, ऐसे में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेताओं के बयान भी खूब चर्चा में है। अब इस पूरे मामले पर भाजपा की तरफ से एक बयान जारी किया गया है। जिसमें भाजपा ने अपने इन नेताओं के विवादित बयानों से किनारा कर लिया है। भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव अरुण सिंह ने एक बयान जारी कर कहा कि किसी भी धर्म का अपमान स्वीकार नहीं किया जाएगा। भाजपा सभी धर्मों का सम्मान करती है और देश के हर नागरिक को ऐसा करना चाहिए।
भाजपा प्रवक्ता नूपुर शर्मा की पैगंबर मुहम्मद पर टिप्पणी के विरोध में कानपुर में जुमे की नामज के दिन हिंसा भड़क उठी थी। नूपुर शर्मा के इसी बयान पर भाजपा अपनी प्रतिक्रिया देते हुए रविवार को कहा कि पार्टी “किसी भी धार्मिक व्यक्तित्व के अपमान की कड़ी निंदा करती है”। हालांकि, बीजेपी के बयान में किसी घटना या टिप्पणी का कोई सीधा जिक्र नहीं है। उन्होंने कहा, “भारतीय जनता पार्टी हर उस विचारधारा के खिलाफ है जो किसी भी संप्रदाय या धर्म का अपमान करती है। बीजेपी ऐसे लोगों को बढ़ावा नहीं देती”।
भाजपा सर्वपंथ समभाव को मानती है
बता दें, भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव अरुण सिंह ने एक बयान जारी करते हुए में कहा, ”भारत की हजारों वर्षों की यात्रा में हर धर्म पुष्पित-पल्लवित हुआ है। भाजपा सर्वपंथ समभाव को मानती है। किसी भी धर्म के पूजनीयों का अपमान भाजपा स्वीकार नहीं करती। भारतीय जनता पार्टी को ऐसा कोई भी विचार स्वीकृत नहीं है जो किसी भी धर्म-संप्रदाय की भावनाओं को ठेस पहुंचाए। भाजपा ना ऐसे किसी विचार को मानती है और ना ही प्रोत्साहन देती है। देश के संविधान की भी भारत के प्रत्येक नागरिक से सभी धर्मों का सम्मान करने की अपेक्षा है। आजादी के 75वें वर्ष में, इस अमृतकाल में, एक भारत-श्रेष्ठ भारत की भावना निरंतर मजबूत करते हुए, हमें देश की एकता, देश की अखंडता और देश के विकास को सर्वोच्च प्राथमिकता देनी है।”