दक्षिण अफ्रीकी खिलाड़ियों ने शनिवार को सेंचुरियन में श्रीलंका के खिलाफ पहले टेस्ट के शुरू होने से पहले देश के रंगभेद के खिलाफ संघर्ष को स्वीकारते हुए मुट्ठी बनाकर हाथ उठाया, लेकिन दुनिया भर में चल रहे ‘ब्लैक लाइव्स मैटर’ अभियान से जुड़े घुटने के बल बैठने से परहेज किया।
क्विंटन डि कॉक की अगुआई में खिलाड़ियों ने दक्षिण अफ्रीकी राष्ट्र गान गाने के बाद अपनी मुट्ठी उठाई। दक्षिण अफ्रीकी टीम पर दुनिया भर में चल रहे ‘ब्लैक लाइव्स मैटर’ अभियान का समर्थन करने के लिए दबाव बन रहा था। लेकिन खिलाड़ियों ने एक बयान में कहा कि दक्षिण अफ्रीका में मुट्ठी उठाने का भी इतिहास रहा है।
खिलाड़ियों ने बयान में कहा, ‘हमारे इतिहास में मुट्ठी बनाकर उठाया हाथ भी ताकतवर संकेत है जो नेल्सन मंडेला के 1990 में जेल से रिहाई पर मंडेला और विनी मंडेला की फोटो में भी दिखाया गया है।’
उन्होंने कहा, ‘इस संदर्भ में यह जीत, रंगभेद के खिलाफ संघर्ष को स्वीकार करने, बराबरी, न्याय और स्वतंत्रता के खिलाफ लड़ाई जारी रखने की प्रतिबद्धता का शक्तिशाली संकेत था जबकि हमारी टीम के प्रत्येक सदस्य की धार्मिक और सांस्कृतिक जिम्मेदारियों का सम्मान करना भी था।’