अशाेक यादव, लखनऊ। सार्वजनिक क्षेत्र के प्रमुख बैंक ऑफ बड़ौदा ने वित्त वर्ष 2021-22 में 7272.28 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ अर्जित किया है। यह बीते वित्त वर्ष 2020-21 के 828.95 करोड़ रुपये की तुलना में करीब 9 गुना अधिक है। बैंक ऑफ बड़ौदा ने शुक्रवार को वित्तीय नतीजों का एलान करते हुए बताया कि 31 मार्च 2022 को समाप्त चौथी तिमाही में शुद्ध लाभ 1779 करोड़ रुपये रहा है जबकि बीते साल इसी अवधि में उसे 1047 करोड़ रुपये घाटा हुआ था।
बैंक के अग्रिमों में सालाना आधार पर वित्त वर्ष 2022 में 8.9 फीसदी का इजाफा हुआ है। बैंक ऑफ बड़ौदा की ओर दिए जाने वाले गृह ऋण में 11.3 फीसदी, बैयक्तिक कर्ज में 108 फीसदी, वाहन ऋण में 19.5 फीसदी तो शिक्षा ऋण में 16.7 फीसदी की वृद्धि दर्ज की गयी है। बैंक का घरेलू कासा अनुपात में 137 अंकों के सुधार के साथ सालाना आधार पर 44.24 फीसदी की बढ़ोत्तरी हुयी है। बैंक का सकल एनपीए 6.61 फीसदी जबकि शुद्ध एनपीए 1.72 फीसदी रहा है। बैंक के निदेशक मंडल ने प्रति इक्विटी शेयर 1.20 रुपये के डिविडेंड की सिफारिश की है जिसे जरुरी मंजूरी के बाद वितरित किया जाएगा।
वित्तीय परिणामों करे मुताबिक बैंक के वैश्विक अग्रिमों में सालाना आधार पर 8.9 फीसदी की बढ़त तो घरेलू अग्रिमों में 6.7 फीसदी की वृद्धि दर्ज की गयी है। बैंक आफ बड़ौदा की वैश्विक जमाराशियों में 8.2 फीसदी की वृद्धि के साथ यह 1045939 करोड़ रुपये हो गयी है जबकि घरेलू जमा में 8.0 फीसदी की वृद्धि के साथ यह मार्च 2022 को 927011 करोड़ रुपये रहा है। बैंक के घरेलू जमा बचत में 11.4 फीसदी की वृद्धि हुयी है। बैंक के कृषि कर्जों के पोर्टफोलियों में 10.3 फीसदी की वृद्धि दर्ज की गयी है।