अशाेक यादव, लखनऊ। समाजवादी युवा संगठनों ने बेरोजगारी, महंगी शिक्षा, भ्रष्टाचार व आरक्षण पर वार के सवालों पर प्रदेश भर में आंदोलन किया। सभी जिलों में राज्यपाल को संबंधित ज्ञापन जिला प्रशासन को सौंपे गए। इसमें कहा गया कि शिक्षा का बाजारीकरण, भ्रष्टाचार और बीएड प्रवेश में अनुसूचित जाति व जनजाति के छात्रों को मिलने वाले निःशुल्क प्रवेश पर रोक लगाए जाने से प्रदेश के छात्रों, नौजवानों में सरकार के प्रति भारी आक्रोश है।
सपा प्रवक्ता राजेंद्र चौधरी ने कहा कि सभी जिलों में आज युवा शक्ति ने अपनी ताकत दिखाई। वाराणसी में शांतिपूर्ण ढंग से ज्ञापन देने जा रहे नौजवानों पर पुलिस ने लाठीचार्ज कर अपनी बर्बरता प्रदर्शित की।
हजारो नौजवानो ने आज सीतापुर, जौनपुर, श्रावस्ती, गाजियाबाद, हरदोई, कौशाम्बी, सहारनपुर, सोनभद्र, मुरादाबाद, इलाहाबाद, बहराइच, बलरामपुर, भदोही, बुलन्दशहर, चित्रकूट, देवरिया, फर्रूखाबाद, फिरोजाबाद, गाजियाबाद, हापुड़, झांसी, कानपुर, मेरठ, मुजफ्फरनगर, संतकबीरनगर, शामली, सुल्तानपुर, वाराणसी, सिद्धार्थनगर, मैनपुरी, प्रतापगढ़, मथुरा़, कन्नौज, एटा, बिजनौर, अमेठी, महोबा, चन्दौली, बाराबंकी सहित प्रदेश के सभी जिलों में सरकार के खिलाफ धरना दिया।
ज्ञापन में कहा गया है कि मंहगी शिक्षा से गरीब व मध्यम वर्ग के बच्चो का पढ़ना मुश्किल हो गया है। निजीकरण से रोजगार व आरक्षण छीना जा रहा है। प्रदेश में किसान बदहाल है, 10281 किसानो ने तंगहाली में आत्महत्या कर ली है।
किसानों से किए वादे पूरे नही हुए। समय से खाद भी नही मिल रही है। राज्यपाल से मांग की गई है कि वह राज्य सरकार को निर्देशित करें कि मंहगी शिक्षा, बेरोजगारी, निजीकरण, भ्रष्टाचार व आरक्षण पर हो रहे वार पर तत्काल रोक लगाए अन्यथा समाजवादी नौजवान सड़क पर उतरकर आंदोलन व प्रदर्शन के लिए बाध्य होगे।
कांग्रेस महासचिव व यूपी प्रभारी प्रियंका गांधी ने ट्वीट कर कहा है कि अब सरकार के अफसर ही सुपारी दे रहे हैं। उन्होंने महोबा के व्यापारी इंद्रकांत त्रिपाठी की हत्या के मामले में प्रदेश सरकार की कार्यशैली पर सवाल उठाए और कहा कि भाजपा सरकार में अपराध और भ्रष्टाचार चरम पर है और अब इस सरकार के अफसर भ्रष्टाचार के खिलाफ आवाज उठाने वालों की सुपारी दिलवा रहे हैं। जंगलराज का भयावह रूप है यह।