अशाेेेक यादव, लखनऊ। बाबा रामदेव की अगुवाई वाली पतंजलि आयुर्वेद के 250 करोड़ रुपये के डिबेंचर को बृहस्पतिवार को बाजार में आने के मात्र तीन मिनट में पूरा सब्सक्राइब हो गया।।
पतंजलि आयुर्वेद के प्रबंध निदेशक आचार्य बालकृष्ण ने कहा, ”यह ऐतिहासिक है। कुल 250 करोड़ रुपये के एनसीडी खुलने के तीसरे मिनट में ही पूरी तरह सब्सक्राइब हो गया। यह निवेशकों के उत्साह और भरोसे को बताता है।
हरिद्वार की कंपनी इस राशि का उपयोग कार्यशील पूंजी की जरूरतों को पूरा करने और आपूर्ति प्रणाली नेटवर्क मजबूत करने में करेगी।
बालकृष्ण ने कहा, ”यह लोगों के भरोसे को दर्शाता है। इसी भरोसे ने पतंजलि को देश का सबसे विश्वसनीय ब्रांड बनाया है और स्वामी रामदेव की अगुवई में स्वदेशी आंदोलन को गति दी है जो मजबूत और आत्म-निर्भर भारत के लिये जरूरी है।
हाल के वर्षों में दैनिक उपयोग के सामान बनाने के मामले में प्रमुख कंपनी बनी पंतजलि आयुर्वेद का यह पहला बांड निर्गम है। पतंजलि के एनसीडी पर कूपन दर (ब्याज दर) 10.10 प्रतिशत जबकि इसकी परिपक्वता अवधि तीन साल है। इसकी परिपक्वता तिथि 28 मई 2023 है। डिबेंचर को ब्रिकवर्क ने एए रेटिंग दी है।
पतंजली आयुर्वेद के प्रवक्ता एस.के. तिजारावाला ने पीटीआई- भाषा से कहा, ”कोविड-19 महामारी के इस दौर में शारीरिक रोग- निरोधक क्षमता को बढ़ाने में सहायक आयुर्वेद उत्पादों की मांग तेजी से बढ़ी है। इससे हमारी आपूर्ति श्रृंखला पर दबाव बढ़ा है।
विनिर्माण से लेकर वितरण तक की पूरी आपूर्ति श्रृंखला पर दबाव बढ़ा है। उन्होंने कहा, ”इस आपूर्ति श्रृंखला को मजबूत बनाने के लिये ही हम यह राशि जुटा रहे हैं, ताकि हम विनिर्माण से लेकर वितरण तक की पूरी श्रृंखला को सरल और बेहतर बना सकें।
पिछले साल दिसंबर में पतंजली आयुर्वेद ने दिवालिया हो चुकी रुचि सोया का 4,350 करोड़ रुपये में अधिग्रहण पूरा किया। दिवालिया प्रक्रिया में पतंजली ने सोया खाद्य ब्रांड न्यूट्रेला बनाने वाली इस कंपनी का अधिग्रहण किया।