अशाेक यादव, लखनऊ। यूपी विधानसभा चुनाव में मायावती की पार्टी बीएसपी को करारी हार मिली है। आज शनिवार सुबह उन्होंने ट्वीट कर एलान किया है कि बहुजन समाज पार्टी के सभी प्रवक्ता अब किसी भी टीवी डिबेट में शामिल नहीं होंगे। साथ ही उन्होंने मीडिया पर जातिवादी रवैये का आरोप लगाया है।
मायावती ने ट्वीट में लिखा, ‘यूपी विधानसभा चुनाव के दौरान मीडिया द्वारा अपने आकाओं के दिशा-निर्देशन में जो जातिवादी द्वेषपूर्ण और घृणित रवैया अपनाकर अम्बेडकरवादी बीएसपी मूवमेन्ट को नुकसान पहुंचाने का काम किया गया है वह किसी से भी छिपा नहीं है।
इस हालत में पार्टी प्रवक्ताओं को भी नई जिम्मेदारी दी जाएगी। इसलिए पार्टी के सभी प्रवक्ता श्री सुधीन्द्र भदौरिया, श्री धर्मवीर चौधरी, डॉ एम एच खान, श्री फैजान खान और श्रीमती सीमा कुशवाहा अब टीवी डिबेट आदि कार्यक्रमों में शामिल नहीं होंगे।’
बसपा सुप्रीमो ने कहा था कि, “यूपी चुनाव परिणाम बसपा की उम्मीदों के विपरीत है। हमें इससे निराश नहीं होना चाहिए। इसके बजाय, हमें इससे सीखना चाहिए, आत्मनिरीक्षण करना चाहिए और अपने पार्टी आंदोलन को आगे बढ़ाना चाहिए और सत्ता में वापस आना चाहिए।
2017 से पहले, उत्तर प्रदेश में बीजेपी की अच्छी हिस्सेदारी नहीं थी। इसी तरह, आज कांग्रेस भी बीजेपी के समान दौर से गुजर रही है। यूपी चुनाव परिणाम हमारे लिए प्रयास जारी रखने के लिए एक सबक है।”
बीएसपी को केवल एक सीट मिली है। वहीं 2017 के विधानसभा चुनाव के बसपा ने 19 सीटे हासिल की थी।