लखनऊ। बसपा सुप्रीमो मायावती ने दिल्ली में शानिवार यानी आज अहम बैठक बुलाई है। माना जा रहा है कि दिल्ली विधानसभा चुनाव में प्रदर्शन के साथ ही पार्टी छोड़कर जा रहे नेताओं के मुद्दे के अलावा संगठन में बड़े बदलाव को लेकर ये बैठक हो रही है।
इस कोआर्डिनेशन कमेटी की बैठक में पार्टी के सभी सांसद और कई वरिष्ठ नेता मौजूद रहेंगे। गुरुद्वारा रकाबगंज स्थित पार्टी ऑफिस में ये बैठक होनी है। पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव सतीश चंद्र मिश्र के साथ मुनकाद अली, आरएस कुशवाहा, मलूक नागर इस बैठक में हिस्सा लेंगे।
जानकारी के मुताबिक पिछले कुछ दिनों से बसपा सुप्रीमो मायावती लगातार संगठन में बड़े बदलाव करती रही हैं। इसमें जाति और समुदायों को ध्यान में रखकर नेताओं का चयन भी शामिल रहा है।
इसी क्रम में मायावती ने लोकसभा में कई बार पार्टी के नेतृत्व में परिवर्तन किया है। हाल ही में उन्होंने ट्वीट कर कहा कि उत्तर प्रदेश के अध्यक्ष व लोकसभा में पार्टी के नेता के एक ही समुदाय का होने से यह परिवर्तन किया गया है।
लोकसभा में बसपा का नेता रितेश पांडे को बनाया गया है, जबकि मुनकाद अली प्रदेश अध्यक्ष बने रहेंगे। मायावती ने कहा कि यूपी विधानसभा में बसपा के नेता लालजी वर्मा, पिछड़े वर्ग से व विधान परिषद में बसपा के नेता दिनेश चन्द्रा, दलित वर्ग से बने रहेंगे। इसका साफ़ मतलब यह है कि यहां किसी भी तरह का कोई बदलाव नहीं किया गया है।
मायावती ने संगठन में मुस्लिम, पिछड़े और दलित समाज की नुमाइंदगी बढ़ाने के लिए उत्तर प्रदेश के तीन कोऑर्डिनेटर की तैनाती की थी। इनमें मुनकाद अली, आरएस कुशवाहा और भीमराव अंबेडकर के नाम शामिल रहे।
यही नहीं, संगठन में हर जिले के लिए एक कोऑर्डिनेटर की व्यवस्था लागू कर दी है। ये तीनों कोऑर्डिनेटर सीधे मायावती को रिपोर्ट करेंगे। वहीं हर एक महीने पर एक बार ग्राउंड रिपोर्ट पर समीक्षा बैठक करेंगे।