राहुल यादव, लखनऊ। प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि प्रदेश सरकार प्रवासी श्रमिकों व कामगारों की सकुशल व सुरक्षित वापसी के लिए प्रतिबद्ध है। फील्ड में तैनात अफसर अन्य राज्यों से संवाद बनाकर उत्तर प्रदेश लौट रहे श्रमिकों/कामगारों को श्रमिक एक्सप्रेस अथवा सुरक्षित वाहनों से ही भेजने की व्यवस्था करें। प्रदेश आने वाले प्रत्येक कामगार/श्रमिक को भोजन उपलब्ध कराया जाए। जगह-जगह पेयजल की व्यवस्था भी सुनिश्चित की जाए। इन्हें क्वारंटीन सेन्टर ले जाकर इनकी मेडिकल स्क्रीनिंग सुनिश्चित की जाए। प्रवासी कामगारों/श्रमिकांे को क्वारंटीन सेन्टर में रखने के दौरान ही उनकी स्किलिंग की जाए, ताकि होम क्वारंटीन पूरी होने के बाद प्रदेश में ही इन्हें रोजगार दिलाने के प्रयास अभी से प्रारम्भ किए जा सकें।
मुख्यमंत्री ने कहा कि कृषि विभाग के अधिकारी प्रदेश के विभिन्न जनपदों में स्थापित गेहूं क्रय केन्द्रों पर जाकर निरीक्षण करते हुए किसानों की उपज की खरीद में सहयोग करें। उन्होंने कहा कि खाद्य एवं रसद विभाग के अधिकारी पी0डी0एस0 से जुड़ी सभी कोटे की दुकानों का निरीक्षण करें और नागरिकों को राशन उपलब्ध करवाने मंे सहयोग करें।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने प्रदेश के बाॅर्डर पर पहुंचने वाले प्रवासी श्रमिकों के लिए खाने-पीने की व्यवस्था सुनिश्चित की है।
उन्हें सुरक्षित घर पहुंचाने की भी व्यवस्था की जा रही है।
अवैध वाहनों जैसे ट्रक, डाला, बाइक, साइकिल इत्यादि का उपयोग कर प्रवासी श्रमिक यात्रा कदापि न करें।
प्रवासी श्रमिकों को यात्रा करने वाले वाहनों पर होगी कार्यवाही
पुलिस इसे रोके और प्रवासी श्रमिकों को जागरूक भी करे, क्योंकि दुर्घटना की सम्भावना रहती है।
इसलिए सभी प्रवासी श्रमिक सुरक्षित साधनों जैसे बस अथवा ट्रेन से ही यात्रा करें।
पी0आर0वी0 112 को सक्रिय करने के निर्देश दिए और पुलिस प्रभावी पेट्रोलिंग सुनिश्चित करे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि क्वारंटीन सेन्टर व कम्युनिटी किचन में साफ-सफाई सुनिश्चित की जाए।
यह सुनिश्चित किया जाए कि कोई व्यक्ति भूखा न सोने पाए।
कम्युनिटी किचन से सभी जरूरतमंदों को गर्म व ताजा भोजन उपलब्ध कराया जाए।
जरूरतमंदों के लिए पर्याप्त मात्रा में खाद्यान्न की व्यवस्था भी सुनिश्चित की जाए।
सभी कोविड अस्पतालों में आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध हों और इन अस्पतालों की बेड क्षमता 01 लाख करें।
कोरोना संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए गांवों और शहरों में गठित की गई निगरानी समितियों की बहुत बड़ी भूमिका है।
इसलिए वे पूरी सक्रियता से कार्य करें।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश आने वाले प्रवासी श्रमिकों/कामगारों की स्क्रीनिंग की जाए और उन्हें क्वारंटीन किया जाए।
उन्होंने प्रवासी श्रमिकों/कामगारों की टेस्टिंग को पूल टेस्टिंग के माध्यम से अविलम्ब प्रारम्भ करने तथा इस क्षमता को आगामी दो-तीन दिन में 10 हजार प्रतिदिन तक ले जाने के निर्देश दिए।
सरकार श्रमिकों के प्रति पूरी तरह संवेदनशील, लापरवाही बर्दाश्त नहीं – योगी आदित्यनाथ
उन्होंने कहा कि सभी जनपदों मे वेंटीलेटर क्रियाशील किए जाएं।
साथ ही, डाॅक्टरों और पैरामेडिक्स को प्रशिक्षित किया जाए।
सभी कोविड तथा नाॅन कोविड अस्पतालों में पी0पी0ई0 किट, एन-95 मास्क, सेनिटाइजर सहित अन्य चिकित्सा सुविधाएं मौजूद हों।
मुख्यमंत्री ने कहा कि लाॅकडाउन सख्ती से लागू किया जाए।
केन्द्र सरकार द्वारा घोषित आर्थिक पैकेज के अनुसार कार्ययोजना बनाई जाए।
प्रदेश में नया निवेश आकर्षित करने के लिए नियमों का सरलीकरण किया जाए।
इसके अलावा प्रवासी श्रमिकों को वृहद स्तर पर रोजगार देने के लिए कार्य योजना बनाई जाए।
इस अवसर पर स्वास्थ्य मंत्री जय प्रताप सिंह, स्वास्थ्य राज्यमंत्री अतुल गर्ग, मुख्य सचिव आर0के0 तिवारी, कृषि उत्पादन आयुक्त आलोक सिन्हा, अवस्थापना एवं औद्योगिक विकास आयुक्त आलोक टण्डन, अपर मुख्य सचिव सूचना एवं गृह अवनीश कुमार अवस्थी, अपर मुख्य सचिव राजस्व रेणुका कुमार, अपर मुख्य सचिव वित्त संजीव मित्तल, पुलिस महानिदेशक हितेश सी0 अवस्थी, प्रमुख सचिव स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद, प्रमुख सचिव चिकित्सा शिक्षा रजनीश दुबे, प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री एस0पी0 गोयल तथा संजय प्रसाद, प्रमुख सचिव एम0एस0एम0ई0 नवनीत सहगल, प्रमुख सचिव ग्राम्य विकास एवं पंचायतीराज मनोज कुमार सिंह, प्रमुख सचिव पशुपालन भुवनेश कुमार, सचिव मुख्यमंत्री आलोक कुमार, सूचना निदेशक शिशिर सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।