पुणे। शिवसेना, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) और कांग्रेस के कार्यकर्ता प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की छह मार्च होने वाली पुणे यात्रा के दौरान उनके खिलाफ विरोध प्रदर्शन करेंगे। स्थानीय नेताओं ने शुक्रवार को यह जानकारी दी। तीनों दल महाराष्ट्र में सत्तारूढ़ महा विकास अघाड़ी गठबंधन का हिस्सा हैं।
नेताओं ने कहा कि विरोध प्रदर्शन संसद में प्रधानमंत्री के उस बयान के खिलाफ होगा जिसमें कोरोना वायरस के प्रसार के लिए महाराष्ट्र सरकार को जिम्मेदार ठहराया गया था। राकांपा के पुणे प्रमुख प्रशांत जगताप और कांग्रेस के उनके समकक्ष रमेश बागवे ने यहां यह घोषणा की। उन्होंने कहा कि ‘उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में वोट हासिल करने के लिए, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोकसभा में टिप्पणी की कि महाराष्ट्र ने अन्य राज्यों में कोविड-19 फैलाया।
यह राज्य का अपमान है। इसलिए, जब मोदी के छह मार्च को पुणे आएंगे तो तीनों दल विरोध प्रदर्शन करेंगे। मेट्रो रेल सेवा के उद्घाटन के लिए प्रधानमंत्री के 6 मार्च को पुणे आने की उम्मीद है, लेकिन उनके कार्यक्रम के बारे में अभी तक कोई आधिकारिक सूचना नहीं मिली है। जगताप ने कहा कि आंदोलन शहर के सभी प्रमुख चौराहों पर होगा और प्रदर्शनकारी काले कपड़े पहनेंगे। इससे पहले एमवीए में शामिल तीनों दलों ने धनशोधन मामले में राज्य के मंत्री तथा राकांपा के नेता नवाब मलिक की गिरफ्तारी के खिलाफ यहां विरोध प्रदर्शन किया।