अशाेेेक यादव, लखनऊ। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कल उत्तर प्रदेश में प्रवासी मजदूरों को रोजगार के अवसर उपलब्ध कराने के लिए ‘आत्मनिर्भर उत्तर प्रदेश रोजगार अभियान’ की शुरुआत करेंगे।
प्रधानमंत्री कार्यालय ने गुरुवार को यहां बताया कि ‘आत्मनिर्भर उत्तर प्रदेश रोजगार अभियान’ के उद्घाटन समारोह में प्रधानमंत्री वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए शामिल होंगे।
राज्य के छह जिलों की ग्रामीणों के साथ बातचीत करेंगे। इस अवसर पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और राज्य के संबंधित मंत्रालयों के मंत्री भी वर्चुअल लॉन्चिंग में भाग लेंगे।
कोविड-19 महामारी के मद्देनजर सामाजिक दूरी बनाए रखने के मानदंडों का पालन करते हुए उत्तर प्रदेश के सभी जिलों के गांवों के लोग साझा सेवा केंद्रों और कृषि विज्ञान केंद्रों के माध्यम से इस कार्यक्रम में शामिल होंगे।
कोविड-19 महामारी का सामान्य कामगारों, विशेषकर प्रवासी श्रमिकों पर अत्यंत प्रतिकूल प्रभाव पड़ा है। बड़ी संख्या में प्रवासी श्रमिक अपने-अपने राज्य वापस लौट चुके हैं।
कोविड-19 को फैलने से रोकने की चुनौती प्रवासियों और ग्रामीण श्रमिकों को बुनियादी सुविधाएं एवं आजीविका के साधन उपलब्ध कराने की आवश्यकता के कारण और भी अधिक बढ़ गई।
ऐसी स्थिति में केंद्र सरकार ने विभिन्न क्षेत्रों में विकास को नई गति प्रदान करने के लिए आत्मनिर्भर भारत पैकेज की घोषणा की।
देश के पिछड़े क्षेत्रों में बुनियादी ढांचागत सुविधाएं तैयार करने पर विशेष जोर देते हुए रोजगार सृजन के लिए 20 जून, 2020 को ‘गरीब कल्याण रोजगार अभियान’ का शुभारंभ किया गया।
उत्तर प्रदेश में लगभग 30 लाख प्रवासी श्रमिक अपने-अपने घर वापस लौट चुके हैं। उत्तर प्रदेश सरकार ने उद्योग और अन्य संगठनों के साथ साझेदारी करते हुए एक अनूठी पहल ‘आत्मनिर्भर उत्तर प्रदेश रोजगार अभियान’ की परिकल्पना की है।
जिसके तहत केंद्र और राज्य सरकार के कार्यक्रमों में सामंजस्य स्थापित किया गया है। यह अभियान रोजगार प्रदान करने, स्थानीय उद्यमिता को बढ़ावा देने और रोजगार के अवसर मुहैया कराने के लिए औद्योगिक संघों और अन्य संगठनों के साथ साझेदारी करने पर विशेष रूप से केंद्रित है।