भारतीय फुटबाल टीम के पूर्व कप्तान बाइचुंग भूटिया ने देश के दो शीर्ष फुटबॉल क्लबों-मोहन बागान और ईस्ट बंगाल के इंडियन सुपर लीग (आईएसएल) में शामिल होने पर खुशी जताई है।
मोहन बागान की टीम पहले ही आईएसएल का हिस्सा बन चुकी है और वह एटीके के साथ जुड़ चुकी है। अब ईस्ट बंगाल की टीम भी आईएसएल से जुड़ गई है और वह इस लीग में भाग लेगी। भूटिया का मानना है कि हर किसी के लिए यह एक जीत जैसी स्थिति है।
उन्होंने कहा, ” मुझे लगता है कि इस जुड़ाव से हर किसी को फायदा होगा। ईस्ट बंगाल और मोहन बागान को आईएसएल जैसे प्लेटफॉर्म की जरूरत है और आईएसएल को भी इनके जैसे क्लबों की आवश्यकता है। इन क्लबों का बहुत बड़ा फैन बेस है, इसलिए मुझे लगता है कि हर किसी को इससे फायदा होगा।”
ऐसा माना जा रहा था कि आयोजक इन दो बड़े क्लबों को लीग में शामिल करने और इन नामों को अपनाने के लिए अनिच्छुक थे। लेकिन पूर्व भारतीय फुटबाल कप्तान का मानना है कि ईस्ट बंगाल और मोहन बागान जैसे विरासत वाली क्लबों पर फैसला लेने में समय लगता है।
भूटिया ने कहा, ” ईस्ट बंगाल और मोहन बागान जैसे क्लबों को अपनाने में समय लगता है। उन्होंने सोचा कि यह शुरू में महत्वपूर्ण नहीं था, लेकिन मुझे नहीं लगता कि आईएसएल प्रबंधन ने कभी सोचा था कि वे ईस्ट बंगाल और मोहन बागान को शामिल नहीं करेंगे। यह केवल समय की बात थी।”
उन्होंने साथ ही कहा, “हर देश को एक अच्छी लीग और उसमें खेलने वाली अच्छी टीमों की जरूरत होती है। और अच्छी टीमों के साथ एक अच्छी लीग से ही देश में फुटबॉल के विकास में मदद मिलेगी।”
आईएसएल का सातवां सीजन इस बार नवंबर के तीसरे सप्ताह में शुरू होगी और इसके मैच तीन मैदानों-जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम फातोर्दा, जीएमसी एथलेटिक स्टेडियम, बामबोलिम और तिलक मैदान स्टेडियम वास्को में खेले जाएंगे।