पीयूष चावला को इंडियन प्रीमियर लीग 2020 की नीलामी में जब 6.75 करोड़ रुपये में खरीदा गया तो बहुत सारे लोगों को हैरानी हुई। उन्हें महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी वाली चेन्नई सुपर किंग्स ने खरीदा था।
पीयूष ने अब इस बात का खुलासा किया कि चेन्नई सुपर किंग्स में उन्हें खरीदने के पीछे किसका दिमाग था। पीयूष चावला आईपीएल में पहले किंग्स इलेवन पंजाब की तरफ से खेलते थे और इसके बाद वह कोलकाता नाइट राइडर्स में चले गए।
2014 आईपीएल के फाइनल में पीयूष चावला ने केकेआर को जितवाने में बल्ले से अहम भूमिका निभाई थी। पीयूष आईपीएल में अबतक 150 मैचों में 27.15 की औसत से 157 विकेट ले चुके हैं।
17 रन पर 4 विकेट उनकी बेस्ट परफॉर्मेंस रही है। स्पोर्ट्सकीड़ा के फेसबुक लाइव पर 31 साल के पीयूष चावला ने कहा कि उन्हें टीम में लाने का फैसला महेंद्र सिंह धोनी का था।
चावला ने कहा, ”आईपीएल शुरू होने से पहले हम चेन्नई सुपर किंग्स के एक कैंप में थे। उस समय धोनी से मेरी बातचीत हुई। मैंने उनसे खुद को चेन्नई में लाने के बारे में पूछा तो उन्होंने कहा कि जाहिर है यह मेरा फैसला था कि आपको सीएसके में लाना है।
कोरोना वायरस की वजह से आईपीएल 2020 अनिश्चितकाल के लिए स्थगित हो गया है। ऐसे में धोनी की वापसी भी अधर में लटक गई है। ऐसे में आज सबसे बड़ा सवाल फैन्स के सामने यह है कि क्या धोनी दोबारा नेशनल टीम में खेल पाएंगे?
10 जुलाई को उन्हें टीम से बाहर हुए एक साल पूरा हो चुका है। वह 2019 के विश्व कप में न्यूजीलैंड के खिलाफ सेमीफाइल में खेले थे। इस मैच में भारत को हार का सामना करना पड़ा था। इसके बाद धोनी ने टीम इंडिया की तरफ से कोई मैच नहीं खेला है।
जब पीयूष से धोनी के भविष्य के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा, ”यह पूरी तरह से विषय से बाहर की बात है। मैं नहीं जानता कि वह खेलेंगे या नहीं। 2020 का आईपीएल उनके लिए बड़ा गेटवे हो सकता था, लेकिन यह कोविड-19 के चलते इस टूर्नामेंट के भविष्य के बारे में कुछ कहा नहीं जा सकता।”
बता दें कि पीयूष चावला 2007 में टी20 विश्व कप और 2011 में एकदिवसीय विश्व कप जीतने वाली भारतीय टीम के सदस्य थे। उन्होंने भारत के लिए तीन टेस्ट, 25 वनडे और सात टी20 खेले है। उन्होंने दिसंबर 2012 में अपना आखिरी अंतरराष्ट्रीय मैच खेला था।