अशाेेेक यादव, लखनऊ। पीजीआई में भर्ती होने वाले मरीजों की कोरोना जांच रिपोर्ट नकली होने का मामला सामने आया है। यह मामला जैसे ही लोगों तक पहुंचा हड़कंप मच गया। इस मामले में संस्थान द्वारा आरोपी के खिलाफ पीजीआई थाने में एफआईआर दर्ज कराई गयी है।
पीजीआई के एमआईसीयू वार्ड में भर्ती होने आए एक मरीज की कोविड-19 जांच संदेहास्पद होने पर जब उससे पूछताछ की गई, तो उसने पूरे मामले की जानकारी दी। जिसके बाद आरोपी के खिलाफ नामजद रिपोर्ट लिखाई गई हैं। फिलहाल आरोपी फरार हैं, और पुलिस उसकी तलाश कर रही है।
पीजीआई प्रशासन के अनुसार गेट के आस-पास स्थित होटल और गेस्ट हाउस है। यहां काफी संख्या में गरीब मरीजों के तीमारदार ठहरते हैं। उनके रूकने के लिए कोरोना जांच की जरूरत होती है। जिसको तत्काल कराने का आश्वासन देकर उनसे पैसे वसूल लिया जाता है।
यहां तक कि पीजीआई की जैसी एक हूबहू रिपोर्ट बनाकर उन्हें दे दिया जाता है। इस संबंध में प्रोफेसर एस.पी. अम्बेश, चेयरमैन, सिक्योरिटी कमेटी द्वारा पीजीआई थाने में एफआईआर दर्ज कराई गई है।