अशाेक यादव, लखनऊ। नेपाल से भारत में काफी लम्बे अर्से से सोने की तस्करी की जा रही है। पहले नेपालगंज से सोना भारत के विभिन्न शहरों में भेजा जाता था। मगर कुछ महीनों से सोने की तस्करी दांग जिले से हो रही है। इसका खुलासा सोने की बरामदगी से हुआ है।
दांगी जिले की पुलिस ने कार सवार तीन में से एक तस्कर के जूते के सोल में छिपाकर रखा गया सोना व चांदी बरामद किया है। भारतीय मुद्रा में बरामद सामान की कुल कीमत 57 लाख रुपए आंकी जा रही है।
नेपाल के दांग जिले से तीन तस्करों में से एक तस्कर अपने जूते में एक किलो 24 ग्राम सोना रखकर क्रेटा कार से नेपालगंज ला रहा था। दांग पुलिस ने पूर्व पश्चिम राज्यमार्ग स्थित लमही नगरपालिका वार्ड नम्बर 9 अमलीया के पास गाड़ी रोककर तीन लोगों को हिरासत में लिया। तलाशी लेने पर जूते के अंदर छिपाकर रखी गई सोने की दो सिल्लियां,सोने के चेन, चांदी के चेन तथा 60 हज़ार रुपए बरामद किए गए हैं ।
एसपी कार्यालय दांग के प्रवक्ता डीएसपी सुमित खड़का ने बताया कि पकड़े गए तस्करों की पहचान घोराही वार्ड नंबर 15 निवासी 25 वर्षीय सुभाष श्रेष्ठ, घोराही वार्ड नंबर 14 निवासी सम्मान श्रेष्ठ तथा पोखरा निवासी अपूर्व थैव श्रेष्ठ को गिरफ्तार किया गया है।
डीएसपी ने यह भी बताया कि ये लोग पेशेवर सोने के तस्कर हैं। ये काफी लंबे समय से सोने की तस्करी करते थे। ये तस्कर दांग से सोना लेकर पहले नेपालगंज में एक स्वर्ण व्यापारी के यहां जाते थे। फिर एक रात वहां रुकने के बाद सोना लेकर भारत में यूपी की राजधानी लखनऊ ले जाते थे।
काफी दिनों से हमारी पुलिस इन तस्करों की तलाश कर रही थी। पकड़े गए तीनों लोग सोने के बड़े तस्कर हैं। नेपाली जिला दांग चरस का ट्रांजिट प्वाइंट तो था ही अब यह सोने की तस्करी का ट्रांजिट प्वाइंट बन गया है।