लखनऊ, 21 मार्च। निर्भया के चारों दरिंदे पवन, मुकेश, अक्षय और विनय शुक्रवार सुबह 5:30 बजे फांसी पर लटका दिए गए। दोषियों की फांसी के बाद निर्भया की मां आशा देवी ने कहा कि 20 मार्च को वह निर्भया दिवस के रूप में मनाएंगी।
देश की दूसरी बेटियों के लिए लड़ाई लड़ेंगी। फांसी मिलते ही तिहाड़ जेल के बाहर लोग जमा हो गए। इन्होंने ‘निर्भया अमर रहे…’ के नारे लगाए।
निर्भया के नाम मां का पत्र
बेटी! 16 दिसंबर 2012 की रात जो कुछ भी तुमने सहा, उसका न्याय हो गया। इंतजार लंबा था। पर, एक तसल्ली है- जैसे दरिंदों के साथ तुम्हारे लिए एक-एक पल नर्क जैसा था…वैसे ही उन गुनहगारों ने मौत के खौफ में एक-एक पल गुजारा है।
आज तुम होती तो हम तुम्हें ससुराल विदा कर चुके होते। तुम भी तो कॉलेज के बाद सपने पूरे करना चाहती थीं। लेकिन, नियति…। खैर, एक गुनहगार कानून की आड़ में आजाद है, चैन उसे भी नहीं मिलेगा। उसे ईश्वर सजा देगा.. तुम बस इत्मीनान रखना…!