अशाेक यादव, लखनऊ। ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी की गाड़ी पर गुरुवार शाम को हापुड़ के नजदीक छजारसी टोल प्लाजा के पास दो युवकों ने फायरिंग की थी. फायरिंग के दौरान ओवैसी बाल-बाल बच गए।
शुक्रवार को ओवैसी ने एक ट्वीट के जरिए अपने विरोधियों को एक संदेश देने की कोशिश की. इस ट्वीट में ओवैसी ने लिखा- ‘ना डरने वाला हूं, ना सिक्योरिटी लेने वाला हू। मैं अपना चुनाव प्रचार जारी रखूंगा. अगर किसी माई के लाल में दम है तो मार के दिखाए मुझे। पुलिस ने ओवैसी के काफिले पर फायरिंग करने वाले दोनों व्यक्तियों सचिन और शुभम को गुरुवार रात ही गिरफ्तार कर लिया था।
हमले का आरोपी सचिन पंडित ग्रेटर नोएडा के बादलपुर थाना का रहने वाला है। दुरयाई गांव के रहने वाले सचिन के पिता विनोद पंडित प्राइवेट कंपनियों में ठेकेदार हैं। सचिन लॉ का स्टूडेंट रहा है। वहीं दूसरा आरोपी शुभम सहारनपुर का रहने वाला है। शुभम 10वीं पास है और खेती करता है।
पुलिस की अब तक की जांच में शुभम का कोई क्रिमिनल बैकग्राउंड नहीं निकला है। पूछताछ में शुभम और सचिन ने बताया है कि ये दोनों ओवैसी और उनके छोटे भाई के बयानों से नाराज थे। फेसबुक, ट्विटर, सोशल मीडिया पर ये ओवैसी भाइयों के भाषण सुनते थे और उनसे बेहद नफरत करते थे।