अशाेक यादव, लखनऊ। यूपी विधानसभा चुनाव के नतीजे आए अभी 2 महीने भी पूरे नहीं हुए की सपा गठबंधन में बगावत शुरू हो चुकी है। सपा मुखिया अखिलेश यादव के चाचा व प्रसपा के अध्यक्ष शिवपाल यादव एक बार से अपनी पार्टी का पुनर्गठन करने वाले हैं। ऐसे में पार्टी नए तेवर और कलेवर में नजर आएगी। इसको लेकर शिवपाल यादव ने अपनी स्थिति भी स्पष्ट कर दी है।
उन्होंने कहा कि एक हफ्ते के भीतर हम पार्टी का गठन कर लेंगे और फिर से प्रसपा के लोगों को जिम्मेदारियां दी जाएंगी। एक समाचार एजेंसी के साथ बातचीत में प्रसपा प्रमुख शिवपाल यादव ने कहा कि संगठन की हमने पूरी तरह से समीक्षा कर ली है और अब मुझे पुनर्गठन करना है। एक हफ्ते के अंदर हम अपनी पार्टी का गठन कर लेंगे और फिर अपनी प्रगतिशील समाजवादी पार्टी के लोगों को जिम्मेदारियां देंगे। हम लोगों की समस्याओं को प्रशासन के सामने रखने का काम करेंगे।
विधानसभा चुनाव में सपा के कंधे से कंधा मिलाकर चलने वाली प्रसपा अब अपनी चुप्पी तोड़ते हुए दिखाई दे रही है। प्रसपा प्रमुख सोशल मीडिया के माध्यम से भतीजे पर ताबड़तोड़ हमले कर रहे हैं। इतना ही नहीं चुनाव के बाद प्रसपा ने राष्ट्रीय कार्यकारिणी को छोड़कर सभी कमेटियों को भंग कर दिया था और शिवपाल यादव ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से भी मुलाकात की थी। जिसके बाद सपा के साथ उनकी खटास खुलकर सामने आई थी और अटकलें लगाई जाने लगी थी कि शिवपाल यादव समाजवादी से अब भगवाधारी होने वाले हैं। हालांकि शिवपाल यादव ने इन अटकलों से ज्यादा खुद को पार्टी पर ध्यान केंद्रित किया।