नई दिल्ली। नागरिकता संशोधन कानून को लेकर शुरू हुआ बवाल थमने का नाम नहीं ले रहा है। उत्तर पूर्वी दिल्ली में हालात इतने बिगड़ गए हैं कि एक महीने के लिए धारा 144 लगा दी गई है। वहीं हिंसक प्रदर्शन वाली 4 जगहों पर कर्फ्यू लगाया गया है। नॉर्थ ईस्ट दिल्ली में नागरिकता संशोधन कानून के नाम पर हो रही हिंसा ने उग्र शक्ल अख्तियार कर ली है। कल से अब तक तोड़फोड़ और आगजनी की गई घटनाएं सामने आ चुकी हैं।
नॉर्थ ईस्ट दिल्ली में हुई हिंसा में अब तक 11 लोग जान गंवा चुके हैं। इसमें शहीद हेड कॉन्स्टेबल रतनलाल का नाम भी शामिल है। जबकि 2 आईपीएस अफसरों समेत 56 पुलिसकर्मी जख्मी हैं। हिंसा की घटनाओं में करीब 200 लोग घायल हुए हैं। नॉर्थ ईस्ट दिल्ली में हालात तनावपूर्ण हैं, इलाके में बड़ी तादाद में पुलिस बल तैनात है। बता दें कि आज उपद्रवियों ने कई मोटरसाइकलों को आग के हवाले कर दिया।
नॉर्थ ईस्ट दिल्ली में पुलिस ने उपद्रवियों को देखते ही गोली मारने का आदेश जारी किया। दिल्ली के उपराज्यपाल मनीष सिसोदिया ने कहा कि हिंसा प्रभावित नॉर्थ-ईस्ट दिल्ली में बुधवार को भी स्कूल बंद रहेंगे। CBSE से भी कल की बोर्ड परीक्षा स्थगित करने का अनुरोध किया है।
मौजपुर, जाफराबाद, चांद बाग और करावल नगर में काफी हिंसा हुई. जगह-जगह पथराव, आगजनी और तोड़फोड़ हुई। पुलिस ने बताया कि 24 और 25 फरवरी को 11 लोगों की मौत हुई। दिल्ली पुलिस कमिश्नर अमूल्य पटनायक ने समाचार एजेंसी एएनआई से कहा कि उपद्रवियों को बख्शा नहीं जाएगा। उनके खिलाफ कड़े कदम उठाए जाएंगे।
न्होंने बताया-
- हिंसा में 150 आम लोग और 56 पुलिसवाले घायल हुए हैं. दो आईपीएस घायल हैं। डीसीपी शाहदरा के सिर पर चोट लगी है।
- हिंसा में 10 लोगों की मौत हो चुकी है।
- 11 एफआईआर दर्ज किये गए हैं। कुछ लोग हिरासत में हैं. हिंसा में शामिल बाकी लोगों को पकड़ा जाएगा।
- ड्रोन से निगरानी की जा रही है। अभी हिंसा पर काबू पा लिया गया है।
- कुछ लोगों ने छतों से पथराव किया। इन इलाकों में संकरी गलियों की वजह से परेशानी हुई।
- कपिल मिश्रा के बयान की जांच की जा रही है।