नई दिल्ली। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने बृहस्पतिवार को कहा कि दिल्ली देश का पहला ऐसा शहर है जहां ‘फेसलेस सेवाओं’ की शुरुआत की गई है और अब अन्य राज्य भी इससे सीख ले रहे हैं तथा इसी तरह की पहल शुरू कर रहे हैं। दिल्ली के परिवहन विभाग की ‘फेसलेस सेवाओं’ के तहत ऑनलाइन आवेदन करने वाले आवेदकों को संपर्क रहित, कतार रहित और परेशानी मुक्त सेवाएं प्रदान करने की परिकल्पना की गई है और इसके तहत किसी भी कार्यालय में जाए बिना काम हो रहा है।
केजरीवाल ने यहां सराय काले खां में एक ‘ऑटोमेटेड ट्रैक’ का निरीक्षण किया और दिल्ली सरकार द्वारा शुरू की गई विभिन्न सुविधाओं के बारे में भी बताया। केजरीवाल ने कहा, “पिछले साल फरवरी में हमने ‘फेसलेस सेवाओं’ पर एक पायलट परियोजना शुरू की थी। उसके बाद फिर अगस्त में हमने इसे पूरी तरह से लागू किया। कई महीनों के बाद मैं यह देखने आया हूं कि इसको लेकर लोगों की प्रतिक्रिया कैसी है।”
उन्होंने कहा कि ‘फेसलेस सेवाओं’ के तहत लोगों को अपने काम से छुट्टी लेकर कार्यालयों में नहीं जाना पड़ता क्योंकि वे अपना काम ऑनलाइन करवा सकते हैं। मुख्यमंत्री ने कहा, “आज मैंने देखा कि यहां लगभग सभी काउंटर खाली हैं। यहां कुछ लोग हैं लेकिन वे ज्यादातर पूछताछ के लिए आए हैं। इससे पहले यहां करीब 1,500-2000 लोग कतार में खड़े होते थे।”
केजरीवाल ने दावा किया कि राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली शायद इस तरह की सेवाओं को लागू करने वाला देश का पहला शहर है और अब कर्नाटक जैसे अन्य राज्य भी इसका अनुसरण कर रहे हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार पूरी तरह से ईमानदार है जिसने भ्रष्टाचार को दूर किया है और चीजों को पारदर्शी बनाया है।