नई दिल्ली। अप्रैल में दिल्ली के ऑटो रिक्शा और टैक्सी के किराए की समीक्षा के लिए गठित किराया संशोधन समिति की सिफारिशों के आधार पर, दिल्ली सरकार के परिवहन विभाग ने टैक्सी किराया बढ़ाने को स्वीकृति दे दी है। खबरों के मुताबिक सरकार ने एक प्रस्ताव को अंतिम रूप दिया है, जिसे जल्द ही कैबिनेट के समक्ष रखे जाने की संभावना है।
ऐसे में यात्रियों को अब सीएनजी ऑटो रिक्शा और टैक्सी में सफर करने पर जेब अधिक ढीली करनी पड़ेगी। वर्तमान में, दिल्ली में करीब 97,000 ऑटो हैं चलते हैं। इनमें नए पंजीकृत ई-ऑटो भी शामिल हैं। ऑटो रिक्शा के अलावा दिल्ली में 12,000 पीली-काली टैक्सियां और 50,000 इकोनॉमी रेडियो टैक्सियां संचालित होती हैं। किराया बढ़ने पर सभी श्रेणियों को लाभ होने की उम्मीद है।
राष्ट्रीय राजधानी में तिपहिया वाहन के लिए प्रति किलोमीटर पर किराये में डेढ़ रुपये और टैक्सियों के लिए आधार शुल्क (बेस फेयर) में 15 रुपये की वृद्धि के प्रस्ताव के साथ ही ऑटो रिक्शा एवं टैक्सी का भाड़ा शीघ्र बढ़ने जा रहा है। बताया जा रहा है कि किराये में वृद्धि के प्रस्ताव को सैद्धांतिक मंजूरी दे दी गई है और अगली बैठक में उसे मंजूरी के लिए मंत्रिमंडल के सामने पेश किए जाने की संभावना है।
परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत ने इस बात की पुष्टि की कि सरकार किराया बढ़ाने की योजना बना रही है। अधिकारियों के अनुसार सीएनजी के दाम बढ़ने के कारण किराये में बढ़ोतरी की जरूरत उत्पन्न हुई है। सरकार ने अप्रैल में 13 सदस्यीय किराया संशोधन समिति बनाई थी। समिति ने तिपहिया वाहनों के लिए किराये में प्रति किलोमीटर एक रुपये की वृद्धि और टैक्सियों के किराये में 60 फीसद तक वृद्धि की सिफारिश की थी।
अधिकारियों ने कहा कि ऑटो रिक्शा के लिए मीटर डाउन शुल्क पहले के 25 रुपये आधार शुल्क से बढ़ाकर 30 रुपये कर दिया जाएगा औरउसके बाद प्रति किलोमीटर साढ़े नौ रुपये के बजाय 11 रुपये वसूला जाएगा। इसी प्रकार टैक्सियों के लिए मीटर डाउन शुल्क अब 25 के बजाय 40 रुपये होगा और गैर एसी टैक्सियों के लिए प्रति किलोमीटर 14 रुपये के बजाय 17 रुपये व एसी टैक्सियों के लिए 16 के बजाय 20 रुपये देने होंगे। एप आधारित संचालकों ने पहले ही किराया बढ़ा दिया था, जबकि ऑटो रिक्शा एवं टैक्सियों के किराये में संशेाधन नहीं हुआ था, जो सरकार के निमयों से संचालित होते हैं।
अधिकारियों ने कहा कि समिति ने काली और पीली टैक्सियों के मूल किराए में 60% की बढ़ोतरी की सिफारिश की थी। इसके मुताबिक टैक्सी में यात्रा के पहले 1.5 किमी के लिए 25 रुपये से 40 रुपये तक चुकाने होंगे। ऑटोरिक्शा में सफर करने पर 20 % किराया बढ़ेगा। पहले 1.5 किलोमीटर के लिए 25 रुपये से 30 रुपये तक चार्ज किए जाएंगे।
अधिकारियों ने कहा कि समिति ने काली और पीली टैक्सियों के मूल किराए में 60% की बढ़ोतरी की सिफारिश की थी। इसके मुताबिक टैक्सी में यात्रा के पहले 1.5 किमी के लिए 25 रुपये से 40 रुपये तक चुकाने होंगे। ऑटोरिक्शा में सफर करने पर 20 % किराया बढ़ेगा। पहले 1.5 किलोमीटर के लिए 25 रुपये से 30 रुपये तक चार्ज किए जाएंगे।
किराया संशोधन पैनल की अध्यक्षता विशेष आयुक्त (राज्य परिवहन प्राधिकरण) ने की थी। इसमें परिवहन विभाग के वरिष्ठ अधिकारी, एक तकनीकी विशेषज्ञ और नागरिक समाज के सदस्य शामिल थे। समिति मोटर वाहन अधिनियम, 1988 की धारा 67 (1) के तहत गठित की गई। बता दें कि पिछली बार दिल्ली में ऑटोरिक्शा के किराए को जून 2019 में संशोधित किया गया था।