लखनऊ। राजधानी लखनऊ में जब से कमिश्नर प्रणाली लागू हुई है। तब कमिश्नर सुजीत पांडेय नये-नये अभियान को लागू कर अपराध पर नियंत्रण और लोगों के बीच पुलिस की धूमिल छवि को दूर करने की कोशिश करने में जुटे हैं।
वहीं लखनऊ में तैनात कुछ पुलिसकर्मी इस मुहीम को ठेंगा दिखाने से बाज नहीं आ रहे हैं। ऐसा ही एक मामला बुधवार को सोशल मीडिया द्वारा सामने आने पर लखनऊ पुलिस कमिश्नर ने कार्रवाई करते हुए गोमतीनगर थानाध्यक्ष को लाइन हाजिर कर दिया।
गोमतीनगर थाने की कमान अभी कुछ दिनों पहले ही प्रमेन्द्र कुमार सिंह को सौंपी गई थी। लेकिन थानाध्यक्ष की कमान पाने के बाद ही उनका एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद कार्रवाई कर पुलिस लाईन भेज दिया गया।
मामला कुछ इस तरह है कि सोमवार को दो गुटों में हुई मारपीट में पुलिस एक युवक की स्कोर्पियो को थाने ले आई थी। जिसके बाद ही गोमतीनगर थानाध्यक्ष उसकी गाड़ी लेकर लखीमपुर निकल गये बिना गाड़ी मालिक को सूचित किये।
जैसे ही गाड़ी मालिक अखंड सिंह को जानकारी लगी की उसकी गाड़ी गोमतीनगर थाने में नहीं बल्कि लखीमपुर में फर्राटा भर रही है। उसके बाद ही कार मालिक ने गाड़ी में लगे जीपीएस से गाड़ी के इंजन को लाॅक कर दिया।
गाड़ी का इंजन लाॅक होते ही पुलिस रास्ते में ही अटक गई और उनको पिकनिक मनाना भारी पड़ गया। जिसके बाद से पीड़ित की काले रंग की स्कार्पियो (यूपी-32 केजे-1359) में फंसी लखनऊ पुलिस का वीडियो वायरल हुआ। वायरल वीडियो का संज्ञान लेते हुए कमिश्नर सुजीत पांडेय ने कार्रवाई करते हुए इंस्पेक्टर को लाइन हाजिर कर दिया।